प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में होने वाली 68500 शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा से लिए शुरू हुई ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया , टीईटी 17 के परिणाम के संशोधन के बाद पास होने वाले अभ्यर्थी ही कर सकते है आवेदन , क्लिक करे और पढ़े पूरी खबर

प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में होने वाली 68500 शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा से लिए शुरू हुई ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया  , टीईटी 17 के परिणाम के संशोधन के बाद पास होने वाले अभ्यर्थी ही कर सकते है आवेदन , क्लिक करे और पढ़े पूरी  खबर  




परिषदीय स्कूलों में 68,500 सहायक अध्यापक भर्ती की लिखित परीक्षा के लिए सोमवार से ऑनलाइन आवेदन शुरू हो गए। इसमें वही अभ्यर्थी दावेदारी करेंगे जो हाल ही में अंक बढ़ने से टीईटी उत्तीर्ण हुए हैं या फिर जिनके आवेदन पिछली बार गलत अंकन पर निरस्त हो गए थे। उम्मीद है कि करीब साढ़े पांच हजार नए आवेदन होंगे। बेसिक शिक्षा परिषद की तरफ से प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापकों की भर्ती के लिए लिखित परीक्षा 27 मई को प्रस्तावित है। कोर्ट के निर्देश पर टीईटी 2017 में सभी अभ्यर्थियों के दो अंक बढ़ गए हैं। 

ऐसे में 4,446 नए अभ्यर्थी परीक्षा उत्तीर्ण हो गए हैं। इन नए अभ्यर्थियों से ऑनलाइन आवेदन लेने के लिए सोमवार दोपहर से प्रक्रिया शुरू होनी थी लेकिन, वेबसाइट में गड़बड़ी से शाम से आवेदन शुरू हुआ। इसमें नए अभ्यर्थियों के अलावा केवल उन्हीं अभ्यर्थियों को आवेदन करना है, जिनका आवेदन पिछली बार गलत सूचना देने से निरस्त हो गया था। वह अभ्यर्थी दावेदारी नहीं करेंगे, जो पहले से अर्ह थे और उनके भी अंक बढ़ गए हैं। मंगलवार से ऑनलाइन आवेदन शुल्क जमा होगा। दो दिन पंजीकरण व दो दिन यानि 16 मई तक ही शुल्क जमा होगा। 17 मई को शाम छह बजे तक आवेदन पूर्ण करना है, ऑनलाइन आवेदन में त्रुटि 21 मई को सुबह 11 से शाम छह बजे तक सुधार कर सकेंगे। एनआइसी 24 मई को प्रवेश पत्र वेबसाइट पर अपलोड करेगा।

उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग ने विज्ञापन संख्या 46 के तहत सहायक आचार्य संस्कृत पद के उन अभ्यर्थियों को बड़ी राहत दी है जिन्हें आचार्य उपाधि धारक होने के बावजूद अनर्ह मानते हुए साक्षात्कार में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई थी। ऐसे अभ्यर्थियों को अर्ह मानकर साक्षात्कार में बुलाने का निर्णय लिया गया है। सोमवार को आयोग की बैठक में इस अहम निर्णय पर प्रस्ताव पारित किया गया। 

आयोग ने विज्ञापन संख्या 46 में विज्ञापित सहायक आचार्य संस्कृत विषय के लिए आचार्य उपाधि धारकों को संस्कृत में सहायक आचार्य पद के लिए उपयुक्त न मानते हुए साक्षात्कार में प्रवेश की अनुमति नहीं दी थी। 2005 में आयोग ने ऐसा निर्णय लिया था कि आचार्य उपाधि धारक संस्कृत में सहायक आचार्य पद के उपयुक्त नहीं हैं। उस आधार पर अभी तक इन्हें अनर्ह माना जाता रहा। 

लेकिन, आयोग ने विशेष समिति की राय पर माना कि संस्कृत विषय में आचार्य उपाधि धारक संस्कृत विषय से एमए डिग्री के समकक्ष होते हैं। जिन्हें सहायक आचार्य पद के उपयुक्त माना जाए। इस रिपोर्ट के आधार पर आयोग ने अपने निर्णय में बदलाव किया। आयोग की सचिव वंदना त्रिपाठी ने बताया कि विज्ञापन संख्या 46 में विज्ञापित सहायक आचार्य संस्कृत विषय के साक्षात्कार के लिए शार्ट लिस्टेड अभ्यर्थियों में से ऐसे अभ्यर्थी जो आचार्य उपाधि धारक हैं उन्हें एम ए संस्कृत विषय के समकक्ष मानते हुए साक्षात्कार की आगामी तारीख पर पुन: आमंत्रित किया जाएगा। इसकी जानकारी अभ्यर्थियों के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एसएमएस व ई-मेल आइडी पर शीघ्र ही दी जाएगी।


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