NEP 2020 first anniversary: भारतीय साइन लैंग्वेज को पहली बार एक एक विषय का दर्जा

 

NEP 2020 first anniversary: भारतीय साइन लैंग्वेज को पहली बार एक एक विषय का दर्जा




भारतीय साइन लैंग्वेज को पहली बार एक भाषा विषय यानी एक विषय का दर्जा प्रदान किया गया है। अब छात्र इसे एक भाषा के तौर पर भी पढ़ पाएंगे। पीएम मोदी ने नई शिक्षा नीति के एक साल पूरा होने पर कहा इससे भारतीय साइन लैंग्वेज को बहुत बढ़ावा मिलेगा, हमारे दिव्यांग साथियों को बहुत मदद मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति युवाओं को ये विश्वास दिलाती है कि देश अब पूरी तरह से उनके साथ है, उनके हौसलों के साथ है।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति को केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा मंजूरी दिए जाने के एक साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित एक समारोह में प्रधानमंत्री ने 'एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट, क्षेत्रीय भाषाओं में प्रथम वर्ष के इंजीनियरिंग कार्यक्रम और उच्च शिक्षा के अंतरराष्ट्रीयकरण के लिए दिशानिर्देश सहित शिक्षा क्षेत्र से जुड़े कई कार्यक्रमों की शुरुआत भी की।

इसके अलावा 8 राज्यों के 14 इंजीनियरिंग कॉलेजों में अब से 5 भारतीय भाषाओं- हिंदी-तमिल, तेलुगू, मराठी और बांग्ला में इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू की जाएगी। आपको बता दें कि हाल ही में एआईसीटीई ने  नए एकेडमिक सत्र से 14 इंजीनियरिगं कॉलेजों में क्षेत्रीय भाषाओं में भी बीटेक की पढ़ाई को मंजूरी दी है।


इंजीनिरिंग के कोर्स का 11 भारतीय भाषाओं में ट्रांसलेशन के लिए एक टूल भी बनाया जा चुका है। जिसके बाद 11 भारतीय भाषाओं में स्टूडेंट्स इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर सकेंगे। 

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