उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से पीसीएस 2020 का इंटरव्य गुरुवार को पूरा हो गया। आखिरी दिन 112 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था। इनमें 105 ही शामिल हुए। यानी सात छात्रों ने इंटरव्यू छोड़ दिया। इंटरव्यू के आखिरी दिन बोर्ड ने एक अभ्यर्थी से पूछा कि भर्तियों में आरक्षण रखना कब तक जरूरी है? क्या 50 फीसदी पदों से ज्यादा आरक्षण होना चाहिए?
बोर्ड ने एक अभ्यर्थी से पूछा कि गीत और कविता में क्या अन्तर है? एक लीडर के क्या गुण होने चाहिए, क्रमवार बताएं। 1857 की क्रान्ति के समय का शायर जो क्रान्ति के बारे लिखा हो, कुछ लाइन याद हो तो बताइये।
एक अभ्यर्थी से बोर्ड ने पूछा कि ऐसी कुछ घटनाएं जिसमें जानवरों के कारण परिणाम बदल गये। प्रयाग से कौन दो चीजें प्रसिद्ध हैं, प्रयाग की वो घटना जिसने एक नए राजवंश को जन्म दिया। एक अभ्यर्थी से बोर्ड ने सवाल किया कि प्रोफेसर हैं तो 5400 ग्रेड पे के लिए प्रयास क्यों? समाज और समुदाय में क्या अंतर है? दादा साहेब फाल्के किसे मिला है। साहित्य समाज का दर्पण कैसे है। नक्सलवाद की समस्या का क्या कारण, इसका समाधान कैसे होगा? आपको नक्सल प्रभावित इलाके में पोस्टिंग मिले तो आप जाएंगे? स्वेज नहर विवाद क्या है। यूपी में कितनी बोलियां हैं?
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस) 2020 का इंटरव्यू गुरुवार को पूरा हो गया है। उम्मीद है कि अंतिम रिजल्ट एक हफ्ते में घोषित कर दिया गया। पीसीएस के 487 पदों पर भर्ती के लिए 845 अभ्यर्थी इंटरव्यू के लिए सफल घोषित किए गए थे। इनमें 43 अभ्यर्थी इंटरव्यू में अनुपस्थित रहे। यानी 802 अभ्यर्थियों ने इंटरव्यू दिया। साक्षात्कार एक से आठ अप्रैल तक दो सत्रों में लगातार आयोजित किए गए। पहली बार रविवार को भी इंटरव्यू हुए हैं।
ज्ञात हो कि आयोग ने 20 मार्च को मुख्य परीक्षा का परिणाम रिकॉर्ड 54 दिनों में घोषित किया था। 21 से 25 जनवरी 2021 के बीच प्रयागराज, गाजियाबाद और लखनऊ के विभिन्न केंद्रों पर आयोजित मुख्य परीक्षा में कुल 4589 अभ्यर्थी सम्मिलित हुए थे। इस भर्ती के लिए 5,95,696 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। 11 अक्तूबर को 19 शहरों में आयोजित प्रारंभिक परीक्षा में 3,14,699 अभ्यर्थी सम्मिलित हुए थे। माना जा रहा है कि पीसीएस 2020 का अंतिम परिणाम अप्रैल के दूसरे सप्ताह तक घोषित हो जाएगा।