अभ्युदय योजना से आसान हुई जेईई व नीट परीक्षाओं की राह, जानें छात्रों की प्रतिक्रिया

अभ्युदय योजना से आसान हुई जेईई व नीट परीक्षाओं की राह, जानें छात्रों की प्रतिक्रिया




कोई किसान का बेटा है तो कोई चालक का। किसी के सिर से पिता का साया उठ चुका है। ताऊ व भाई की मदद से किसी तरह घर का खर्च चल रहा है। इस मुफिलिसी में जेईई व नीट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में लाखों रुपए कोचिंग में खर्च संभव नहीं है। लेकिन धन की कमी आड़े नहीं आने पाएगी। अनुभवी शिक्षकों के मार्गदर्शन से परीक्षा में सफल होना आसान हो जाएगा। ये बाते इंजीनियरिंग कालेज में मुख्यमंत्री अभ्युदय कोचिंग योजना के शुभारम्भ अवसर पर क्लास लेने आए बच्चों ने कही। उनके चेहरे पर खुशी के भाव नजर आ रहे थे।

पहले दिन मोटिवेशन क्लास में कक्षा दस से कक्षा 12 तक या उसके बाद परीक्षा की तैयारी कर रहे बच्चे शामिल हुए। दो सत्र में क्लास चली। इसमें जनता इंटर कालेज में भौतिक विज्ञान के शिक्षक नागेश द्विवेदी, ब्वायज एग्लो बंगाली इंटर कालेज में भौतिक विज्ञान के शिक्षक केके त्रिपाठी व अमरुद्दौला इस्लामिया इंटर कालेज के भौतिक विज्ञान के शिक्षक मो. सियाज अशरफ ने बच्चों को कई गुर सिखाए। केके त्रिपाठी ने बताया सत्र में कई जिलों के बच्चे शामिल हुए हैं। इसके लिए बच्चों का एक आन लाइन परीक्षा हुई है। उसमें जो बच्चे पास हुए हैं उन्हीं को शामिल किया गया है। लगभग 600 बच्चे शामिल हुए हैं।

अभ्युदय कोचिंग ज्वॉइन करने वाले छात्रों की पहले दिन की प्रतिक्रिया-

जुबली इंटर कालेज में कक्षा 11 की पढ़ाई कर रहा हूं। साथ में जेईई की तैयारी भी कर रहा हूं। सरकार के द्वारा शुरू हुई इस क्लास तैयारी में बहुत मदद मिलेगी।- आयुष कुमार यादव, चौक

गांव में रहकर स्नातक तक की पढ़ाई पूरी कर ली है। वहां अच्छी सुविधा न मिलने के कारण पिछले एक साल से लखनऊ में रहकर नीट की तैयारी कर रहा हूं। अब कोई भी सवाल सीधे शिक्षक से पूछ सकूंगा।- सचिन प्रजापति, देवरिया

पिता किसान हैं। इंटर के बाद खुद से नीट की तैयारी कर रही हूं। इतना पैसा नहीं है कि कोचिंग कर सकूं। यू-ट्यूब व अन्य माध्यम से पढ़ाई हो रही थी। लेकिन अब अभ्युदय कोचिंग से तैयारी आसान हो जाएगी। -प्रतिमा सिंह, रायबरेली

पिता डीसीएम चालक हैं। इतना पैसा नहीं है कि फीस देकर कोचिंग करके तैयारी की जाए। अभी कक्षा 10 की पढ़ाई कर रहा हूं। जेईई की तैयारी करनी है। कुशल शिक्षकों के मार्ग दर्शन से उम्मीद बढ़ गई है।- श्रेयांश त्रिपाठी, बुद्देश्वर

पिता की छोटी सी दुकान है। कांशी राम कालोनी में रहती हूं। किसी तरह पिता ने बीबीए की पढ़ाई पूरी करा दी। जेईई की परीक्षा में शामिल होने का शुरू से इच्छा थी। धनाभाव के कारण तैयारी नहीं हो पा रही थी।- हिमानी सोनकर, चिनहट

पिता गुजर गए हैं। भाई घर चला रहा है। इंटरमीडिएट पास कर लिया है। लेकिन आगे की तैयारी के लिए कोचिंग के पैसे नहीं थे। सरकार की कोचिंग से रास्ता खुल गया है।- रितिक वर्मा, इंदिरानगर

आईआईटी की तैयारी करनी है। इंटर के बाद खुद से तैयारी कर रहीं हूं। अच्छा मार्गदर्शन नहीं मिल पा रहा था। लेकिन अब रास्ता आसान हो गया है। -आंचल चौहान, फैजुल्लागंज

पापा गुजर चुके हैं। ताऊ परिवरिश कर रहे हैं। इंटर के बाद नीट की तैयारी खुद से कर रही हूं। लेकिन अच्छे से तैयारी नहीं हो पा रही है। पहले दिन शिक्षकों ने कई टिप्स दिए हैं।- श्वेता, त्रिवेणीनगर

 

वेबसाइट abhyuday.up.gov.in पर रविवार तक 4.8 लाख अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन करा चुके थे। वहीं पहले चरण की परीक्षा में 50 हजार अभ्यर्थियों का चयन ऑफलाइन कोचिंग के लिए हुआ है। इन अभ्यर्थियों के लिए फ्री कोचिंग की शुरुआत 16 फरवरी 2021 (बसंत पंचमी)  से हो गई।

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