प्रदेश के अशासकीय महाविद्यालयेां में असिस्टेंट प्रोफेसर के 2016 पदों पर भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू होने जा रही है। उच्च शिक्षा निदेशालय ने इन पदों भर्ती के लिए उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग (यूपीएचईएससी) को अधियाचन भेज दिया है। हालांकि इन पदों के क्षैतिज आरक्षण को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। इस बारे में निदेशालय ने शासन से दिशा-निर्देश मांगे हैं। वहां से स्थिति स्पष्ट होते ही आयोग भर्ती के लिए विज्ञापन जारी कर देगा। इस प्रक्रिया में एक माह का वक्त लग सकता है।
प्रदेश के अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 3900 पद खाली हैं। निदेशालय की ओर से कुछ दिनों पहले इनमें से 1303 पदों का सत्यापन कराकर अधियाचन आयोग को भेजा गया था। लेकिन, पदों के क्षैतिज आरक्षण पर स्थिति स्पष्ट नहीं थी। इस पर आयोग की ओर से निदेशालय को पत्र भेजा गया था कि क्षैतिज आरक्षण के निर्धारण के साथ पदों का अधियाचन भेजा जाए, क्योंकि आयोग आरक्षण का निर्धारण नहीं करता है। इसके बाद निदेशालय ने शासन को पत्र भेजकर इस बारे में दिशा-निर्देश मांगे थे। निदेशालय ने अब 713 अन्य पदों के सत्यापन की प्रक्रिया भी पूरी कर ली है।
इसके साथ ही उच्च शिक्षा निदेशालय की ओर से कुल 2016 पदों का अधियाचन फिर से उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग को भेज दिया गया है। आयोग के अध्यक्ष प्रो. ईश्वर शरण विश्वकर्मा ने बताया कि उच्च शिक्षा निदेशालय से असिस्टेंट प्रोफेसर के 2016 पदों का अधियाचन आयोग को प्राप्त हो गया है। लेकिन, उसमें क्षैतिज आरक्षण का निर्धारण नहीं किया गया है। निदेशालय से आए पत्र में बताया गया है कि इस बारे में शासन से दिशा-निर्देश मांगे गए हैं। दिशा-निर्देश मिलते ही भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया गया जाएगा।। अध्यक्ष ने बताया कि असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती की तैयारी के लिए उन्होंने एक कमेटी का गठन कर दिया है।