पीसीएस-2019 की मुख्य परीक्षा शनिवार को पूरी हो गई। आखिरी दिन दो पालियों में वैकल्पिक विषयों की परीक्षा आयोजित की गई। अभ्यर्थियों को अब मुख्य परीक्षा के रिजल्ट का इंतजार है। हालांकि, कोविड-19 के कारण उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में विशेषज्ञ एवं परीक्षक सीमित संख्या में आ रहे हैं। ऐसे में मुख्य परीक्षा के परिणाम के लिए अभ्यर्थियों को इंतजार करना पड़ सकता है। पीसीएस के 474 पदों पर भर्ती होनी है।
पीसीएस-2019 की मुख्य परीक्षा 22 सितंबर से प्रयागराज, लखनऊ और गाजियाबाद के 15 केंद्रों में शुरू हुई थी। मुख्य परीक्षा के लिए कुल 6119 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। शनिवार को वैकल्पिक विषयों की परीक्षा में 4732 अभ्यर्थी शामिल हुए, यानी कुल उपस्थिति 77.33 फीसदी रही। पहले दिन सामान्य हिंदी और निबंध का पेपर था। वहीं, 23 एवं 24 सितंबर को सामान्य अध्ययन प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ प्रश्नपत्र की परीक्षा आयोजित की गई। यह परीक्षा कई बदलावों के साथ आयोजित की गई। इस बार मुख्य परीक्षा में पदों की संख्या के मुकाबले केवल दोगुने अभ्यर्थी ही इंटरव्यू के लिए क्वालीफाई कराए जाएंगे। जबकि, पहले तीन गुना अभ्यर्थी क्वालीफाई कराए जाते थे।
पीसीएस 2019 की मुख्य परीक्षा से रक्षा अध्ययन, समाजकार्य, फारसी, आरबी एवं कृषि अभियांत्रिकी विषय बाहर कर दिए हैं, जबकि पीसीएस मुख्य परीक्षा में सर्वाधिक अभ्यर्थी रक्षा अध्ययन और समाजकार्य को ही वैकल्पिक विषय के रूप में चुनते थे। बहुत से ऐसे अभ्यर्थी हैं, जो इन्हीं वैकल्पिक विषयों के साथ पीसीएस-2018 की मुख्य परीक्षा में शामिल हुए थे। इन अभ्यर्थियों को इस बार अपना वैकल्पिक विषय बदलना पड़ा है। ऐसे अभ्यर्थियों के लिए मुख्य परीक्षा बड़ी चुनौती होगी।