माइनस मार्किंग के साथ समीक्षा अधिकारी / सहायक समीक्षा अधिकारी की परीक्षा आज , क्लिक करे और पढ़े पूरी खबर
समीक्षा अधिकारी (आरओ)/सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ)-2016 की प्रारंभिक परीक्षा रविवार को प्रदेश के 17 जिलों के 823 केंद्रों में आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा के लिए तीन लाख 85 हजार 122 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं। परीक्षा दो पालियों सुबह 9.30 से 11.30 बजे और अपराह्न 2.30 से 3.30 बजे तक होगी। हालांकि परीक्षा में माइनस मार्किंग लागू किए जाने से नाराज अभ्यर्थियों ने परीक्षा में काले पकड़े पहनकर शामिल होने और अपना विरोध दर्ज कराने का निर्णय लिया है।
अभ्यर्थियों का कहना है कि परीक्षा के विज्ञापन में माइनस मार्किंग का प्रावधान नहीं था, लेकिन उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने जब प्रवेश पत्र जारी किए तो उसमें माइनस मार्किंग का प्रावधान भी कर दिया, जो विज्ञापन की शर्तों के विपरीत है। अभ्यर्थियों को यह आशंका भी थी कि आयोग पदों की संख्या के मुकाबले 13 गुना अभ्यर्थियों को प्रारंभिक परीक्षा में उत्तीर्ण करेगा, लेकिन विवाद बढने पर आयोग की ओर से स्पष्ट किया किया गया कि विज्ञापन की शर्तों के अनुरूप प्रारंभिक परीक्षा में पदों की संख्या के मुकाबले 18 गुना अभ्यर्थियों को ही मुख्य परीक्षा के लिए क्वालाईफाई कराया जाएगा।
अभ्यर्थियों का कहना है कि विज्ञापन की शर्तों के अनुरूप 18 गुना अभ्यर्थियों को मेंस के लिए क्वालीफाई कराया जाएगा तो परीक्षा में माइनस मार्किंग भी नहीं होनी चाहिए। परीक्षा रविवार को प्रयागराज समेत आगरा, आजमगढ़, बरेली, गोरखपुर, अयोध्या, गाजियाबाद, जौनपुर, झांसी, कानपुर नगर, लखनऊ, बाराबंकी, मेरठ, मुरादाबाद, रायबरेली, वाराणसी एवं मथुरा में आयोजित की जाएगी।
कुल 361 पदों पर होनी है भर्ती
आरओ/एआरओ परीक्षा-2016 के तहत कुल 361 पदों पर भर्ती होनी है। सामान्य चयन के 356 और विशेष (बैकलॉग) चयन के पांच पद हैं। इनमें आरओ/एआरओ के 303 पद हैं और बाकी पद राजकीय बचत में स्टेटिकल असिस्टेंट, महिला एवं बाल कल्याण में इंवेस्टिगेटर कम कंप्यूटर, बाट माप विभाग में इंवेस्टिगेटर कम कंट्रोलर, असिस्टेंट मलेरिया अफसर, जूनियर ऑडिटर जैसे विशेष योग्यता वाले हैं।
पेपर लीक मामले में एक बार निरस्त हो चुकी है परीक्षा
आरओ/एआरओ-2016 की प्रारंभिक परीक्षा 27 नवंबर 2016 को आयोजित की गई थी। 21 जिलों के 827 परीक्षा केंद्रों में अयोजित परीक्षा के लिए 385122 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। परीक्षा दो पालियों में हुई थी। परीक्षा से कुछ देर पहले पेपर व्हाट्सएप पर वायरल होने के आरोप लगे थे। सीबीसीआईडी ने इसकी जांच की थी। हालांकि जांच रिपोर्ट में पेपर आउट होने की पुष्टि नहीं हो सकी थी। लेकिन, मामला फिर कोर्ट में चला गया था। विवाद लंबा खिंचने के कारण आयोग ने बाद में परीक्षा निरस्त कर दी और नए सिरे से प्रारंभिक परीक्षा कराने का निर्णय लिया। परीक्षा के लिए कोई नया आवेदन नहीं लिया गया है। पूर्व में आवेदन करने वाले अभ्यर्थी ही इस परीक्षा में शामिल होंगे।