बंदूक-डंडा छोड़ अब चाक और डस्टर उठाएंगे पुलिसकर्मी , विभिन्न जिलों में पुलिसकर्मियों का भी हुआ है शिक्षक भर्ती में चयन , क्लिक करे और पढ़े पूरी खबर

बंदूक-डंडा छोड़ अब चाक और डस्टर उठाएंगे पुलिसकर्मी , विभिन्न जिलों में पुलिसकर्मियों का भी हुआ है शिक्षक भर्ती में चयन , क्लिक करे और पढ़े पूरी खबर 





अपराधियों की धरपकड़ करने वाले दर्जनों पुलिसकर्मी अब बंदूक-डंडा छोड़कर चाक और डस्टर उठाने की तैयारी में हैं। ये पुलिसकर्मी अब मास्टर साहब बनकर कर बच्चों को पढ़ाएंगे। अपराधियों का पीछा करने की जगह उन्होंने शिक्षक बन कर बच्चों को पढ़ाने का फैसला कर लिया है। इनमें महिला पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।

प्रयागराज में तैनात 43 पुलिसकर्मी एसएसपी से अनुमति लेकर 69000 अध्यापक भर्ती परीक्षा में शामिल हुए थे। इनमें से चयनित पुलिसकर्मियों का कहना है कि शिक्षक बनने का सपना पूरा हो गया। शिक्षक भर्ती में चयनित किए गए इटावा निवासी दिग्विजय एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव के कार्यालय में तैनात हैं। दिग्विजय ने बताया कि अभी तक वह 2000 ग्रेड पे स्केल पर थे, अब 4200 स्केल पर आ जाएंगे। इसी कार्यालय में तैनात शिवसागर ने बताया कि वह शुरू से ही शिक्षक बनना चाहते थे। 2012 में बीएड कर लिया। इसके बाद नेट भी क्वालीफाई किया। सिपाही बनने के बाद भी शिवसागर ने तैयारी नहीं छोड़ी। उनका नवोदय में भी चयन हुआ है।

इसी तरह शंकरगढ़ थाने में तैनात पुष्पेंद्र अवस्थी ने बताया शिक्षक बनने का उनका सपना पूरा होने वाला है। वह शुरू से ही टीचर बनना चाहते थे। कौंधियारा थाने में तैनात अमेठी निवासी शिवराम यादव ने बताया कि 2012 में ही उन्होंने बीएड किया था और टीचर बनने के लिए प्रयासरत थे। बुधवार को वह काउंसलिंग में भी शामिल हुए। महिला पुलिसकर्मी सहायक शिक्षा भर्ती में चयन होने के बाद ज्यादा खुश है, हालांकि बुधवार को हाईकोर्ट से स्टे होने के बाद अब कोई ज्यादा बोलने को तैयार नहीं है।

32 पुलिसकर्मियों ने पूर्व में ली थी अनुमति

उमा मिश्रा, हिमांचल, पूजा गुप्ता, प्रेमशंकर,गोकुल प्रसाद, दिग्विजय सिंह, शिवसागर, नीतू मौर्य, अजमेर अली, कमलेश कुमार, आशुतोष पाल, योगेंद्र कुमार, सर्वेश कुमार, शिवराम यादव, जगदीश सिंह, मनीष, प्रीतम सिंह, वंदना यादव, संदीप कनोजिया, विपनेश कुमार, पुष्पेंद्र अवस्थी, रंजीत सिंह, राहुल मौर्य, अवधेश कुमार, दीपिका सिंह, रेखा, पूनम शर्मा, दुर्गेश पटेल,, ज्योति विश्वकर्मा, शबनम गौतम, अजमेर सिंह, मंशा यादव।


सभी को अपना कॅरियर चुनने की आजादी है। शिक्षा का काम बहुत महत्वपूर्ण है। शिक्षक बनने के लिए सभी को बधाई लेकिन हम चाहेंगे कि मेरे साथ पुलिसकर्मी बनकर समाज की सेवा करें। -सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज, एसएसपी प्रयागराज




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