UPPSC ::: 2019 मेंस से पूर्व घोषित हो 2018 मेंस का रिजल्ट , प्रतियोगी छात्रों ने उठायी मांग , क्लिक करे और पढ़े पूरी पोस्ट
लोक सेवा आयोग की पीसीएस 2018 मुख्य परीक्षा का अंतिम परिणाम 2019 की पीसीएस मुख्य परीक्षा कराने से पहले घोषित करने की मांग उठी है। प्रतियोगी छात्रों ने आयोग के अध्यक्ष और सचिव से यह मांग की है। इनका कहना है कि ऐसा करने से प्रतियोगी छात्रों को कई फायदे होंगे।
पैटर्न समझने में होगी आसानी: डिप्टी कलेक्टर और डिप्टी एसपी समेत 40 प्रकार के 988 पदों के लिए 2018 पीसीएस मुख्य परीक्षा 18 से 22 अक्तूबर के बीच नए पैटर्न पर हुई थी। सिविल सेवा मुख्य परीक्षा की तरह इसमें भी दो के बजाए एक वैकल्पिक विषय कर दिया गया है जबकि जीएस के प्रश्न पत्रों की संख्या दो से बढ़ाकर चार कर दी गई थी। 19258 परीक्षार्थियों में से 91 प्रतिशत परीक्षा में शामिल हुए थे। 20 अप्रैल से पीसीएस 2019 मेंस भी इसी बदले पैटर्न पर होना है इसलिए प्रतियोगी चाहते हैं कि 2018 मेंस का परिणाम इस परीक्षा से पहले घोषित किया जाए। इससे उन्हें यह समझने में आसानी होगी कि पैटर्न के बदलाव का कितना और किस तरह का असर हुआ है।
एक मेंस देने से बच जाएंगे अभ्यर्थी
इसका एक फायदा यह भी होगा कि 2019 मेंस के लिए सफल वे अभ्यर्थी एक और मेंस देने से बच जाएंगे, जिनका चयन पीसीएस 2018 में हो जाएगा। पूर्व में आयोग ऐसा कर चुका है। परीक्षार्थियों की मांग पर आयोग ने पीसीएस 2017 का अंतिम परिणाम पीसीएस 2018 का मेंस शुरू होने से पहले घोषित किया था। इसके लिए आयोग ने पीसीएस 2017 का इंटरव्यू सबसे कम समय में करा कर रिकार्ड बनाया था।
लोक सेवा आयोग की पीसीएस 2018 मुख्य परीक्षा का अंतिम परिणाम 2019 की पीसीएस मुख्य परीक्षा कराने से पहले घोषित करने की मांग उठी है। प्रतियोगी छात्रों ने आयोग के अध्यक्ष और सचिव से यह मांग की है। इनका कहना है कि ऐसा करने से प्रतियोगी छात्रों को कई फायदे होंगे।
पैटर्न समझने में होगी आसानी: डिप्टी कलेक्टर और डिप्टी एसपी समेत 40 प्रकार के 988 पदों के लिए 2018 पीसीएस मुख्य परीक्षा 18 से 22 अक्तूबर के बीच नए पैटर्न पर हुई थी। सिविल सेवा मुख्य परीक्षा की तरह इसमें भी दो के बजाए एक वैकल्पिक विषय कर दिया गया है जबकि जीएस के प्रश्न पत्रों की संख्या दो से बढ़ाकर चार कर दी गई थी। 19258 परीक्षार्थियों में से 91 प्रतिशत परीक्षा में शामिल हुए थे। 20 अप्रैल से पीसीएस 2019 मेंस भी इसी बदले पैटर्न पर होना है इसलिए प्रतियोगी चाहते हैं कि 2018 मेंस का परिणाम इस परीक्षा से पहले घोषित किया जाए। इससे उन्हें यह समझने में आसानी होगी कि पैटर्न के बदलाव का कितना और किस तरह का असर हुआ है।
एक मेंस देने से बच जाएंगे अभ्यर्थी
इसका एक फायदा यह भी होगा कि 2019 मेंस के लिए सफल वे अभ्यर्थी एक और मेंस देने से बच जाएंगे, जिनका चयन पीसीएस 2018 में हो जाएगा। पूर्व में आयोग ऐसा कर चुका है। परीक्षार्थियों की मांग पर आयोग ने पीसीएस 2017 का अंतिम परिणाम पीसीएस 2018 का मेंस शुरू होने से पहले घोषित किया था। इसके लिए आयोग ने पीसीएस 2017 का इंटरव्यू सबसे कम समय में करा कर रिकार्ड बनाया था।