मांगें पूरी न हुईं तो शिक्षक फरवरी से फिर करेंगे आंदोलन , क्लिक करे और पढ़े पूरी पोस्ट
उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के बैनर तले मंगलवार को प्रदेशभर में सरकारी प्राइमरी स्कूलों व अशासकीय सहायताप्राप्त (एडेड) माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों ने कार्य बहिष्कार किया। शिक्षकों ने पदोन्नति, पुरानी पेंशन की व्यवस्था लागू करने और उप्र शिक्षा सेवा चयन आयोग के अधिनियम की धारा 18 में संशोधन करने समेत 12 सूत्रीय मांग पत्र जिलाधिकारी को सौंपा। इलाहाबाद, लखनऊ, सिद्धार्थनगर सहित कई जिलों में ज्यादातर शिक्षक अवकाश पर रहे। शिक्षामित्रों ने स्कूलों में छात्रों को पढ़ाया।
वहीं एडेड माध्यमिक स्कूलों में पूरी तरह तालाबंदी रही। अब महासंघ एक हफ्ते बाद समीक्षा बैठक करेगा और सरकार ने अगर मांगे नहीं मानी तो वह फरवरी से फिर आंदोलन शुरू करेगा। उप्र शिक्षक महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश चंद्र शर्मा ने दावा किया कि सिद्धार्थनगर, इलाहाबाद, उन्नाव, लखनऊ सहित अधिकांश जिलों में भी बड़ी संख्या में शिक्षक अवकाश पर रहे।
उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के बैनर तले मंगलवार को प्रदेशभर में सरकारी प्राइमरी स्कूलों व अशासकीय सहायताप्राप्त (एडेड) माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों ने कार्य बहिष्कार किया। शिक्षकों ने पदोन्नति, पुरानी पेंशन की व्यवस्था लागू करने और उप्र शिक्षा सेवा चयन आयोग के अधिनियम की धारा 18 में संशोधन करने समेत 12 सूत्रीय मांग पत्र जिलाधिकारी को सौंपा। इलाहाबाद, लखनऊ, सिद्धार्थनगर सहित कई जिलों में ज्यादातर शिक्षक अवकाश पर रहे। शिक्षामित्रों ने स्कूलों में छात्रों को पढ़ाया।
वहीं एडेड माध्यमिक स्कूलों में पूरी तरह तालाबंदी रही। अब महासंघ एक हफ्ते बाद समीक्षा बैठक करेगा और सरकार ने अगर मांगे नहीं मानी तो वह फरवरी से फिर आंदोलन शुरू करेगा। उप्र शिक्षक महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश चंद्र शर्मा ने दावा किया कि सिद्धार्थनगर, इलाहाबाद, उन्नाव, लखनऊ सहित अधिकांश जिलों में भी बड़ी संख्या में शिक्षक अवकाश पर रहे।