यूपी टीईटी 2019: डीएलएड करने वालों के ओएमआर का मूल्यांकन नहीं , एनआइओएस से डीएलएड प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों का नहीं होगा मूल्यांकन , क्लिक करे और पढ़े पूरी पोस्ट
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी टीईटी) 2019 में शामिल होने वालों की ओएमआर शीट का मूल्यांकन होने जा रहा है। इसमें उन अभ्यर्थियों के ओएमआर का मूल्यांकन नहीं होगा, जिन्होंने एनआइओएस से डीएलएड प्रशिक्षण प्राप्त किया है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय जल्द ही परीक्षा समिति में इस प्रस्ताव का अनुमोदन कराकर ऐसे अभ्यर्थियों को बाहर का रास्ता दिखाएगा।
राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान यानी एनआइओएस के अभ्यर्थियों ने भी डीएलएड का प्रशिक्षण प्रमाणपत्र लगाकर आवेदन किया है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद यानी एनसीटीई की नियमावली में सिर्फ शिक्षामित्रों को ही पत्रचार के माध्यम से डीएलएड मान्य है, इसके सिवा नियमावली में अन्य पत्रचार के डीएलएड मान्य नहीं है, ऐसे में एनआइओएस के डीएलएड अभ्यर्थियों की ओएमआर का मूल्यांकन नहीं कराया जाएगा। सचिव ने बताया कि तमाम जिलों में एनआइओएस से डीएलएड करने वालों को प्रवेश से रोका था, उसके बाद भी तमाम इम्तिहान देने में सफल हो गए। अभी ऐसे अभ्यर्थियों की संख्या तय नहीं है कि आखिर एनआइओएस से डीएलएड करके कितने अभ्यर्थी शामिल हैं। यह कार्य ओएमआर स्कैन करने के बाद स्पष्ट हो जाएगा।
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी टीईटी) 2019 में शामिल होने वालों की ओएमआर शीट का मूल्यांकन होने जा रहा है। इसमें उन अभ्यर्थियों के ओएमआर का मूल्यांकन नहीं होगा, जिन्होंने एनआइओएस से डीएलएड प्रशिक्षण प्राप्त किया है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय जल्द ही परीक्षा समिति में इस प्रस्ताव का अनुमोदन कराकर ऐसे अभ्यर्थियों को बाहर का रास्ता दिखाएगा।
राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान यानी एनआइओएस के अभ्यर्थियों ने भी डीएलएड का प्रशिक्षण प्रमाणपत्र लगाकर आवेदन किया है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद यानी एनसीटीई की नियमावली में सिर्फ शिक्षामित्रों को ही पत्रचार के माध्यम से डीएलएड मान्य है, इसके सिवा नियमावली में अन्य पत्रचार के डीएलएड मान्य नहीं है, ऐसे में एनआइओएस के डीएलएड अभ्यर्थियों की ओएमआर का मूल्यांकन नहीं कराया जाएगा। सचिव ने बताया कि तमाम जिलों में एनआइओएस से डीएलएड करने वालों को प्रवेश से रोका था, उसके बाद भी तमाम इम्तिहान देने में सफल हो गए। अभी ऐसे अभ्यर्थियों की संख्या तय नहीं है कि आखिर एनआइओएस से डीएलएड करके कितने अभ्यर्थी शामिल हैं। यह कार्य ओएमआर स्कैन करने के बाद स्पष्ट हो जाएगा।