प्राइमरी शिक्षक की नौकरी के इंतजार में गुजरा साल, अब फैसले की आस , प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती में आवेदकों को नहीं मिली नौकरी , क्लिक करे और पढ़े पूरी पोस्ट
प्राइमरी स्कूलों में सर्वाधिक 69 हजार शिक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षा में पास होकर सरकारी नौकरी के इंतजार में रहे युवाओं के लिए 2019 मायूस करने वाला रहा। साल गुजर गया, लेकिन कटऑफ पर अंतिम फैसला नहीं हो सका।
60-65 फीसदी की कटऑफ अंकों के बीच जारी इस विवाद में सुनवाई चल रही है। इस भर्ती से जुड़े लाखों युवाओं को 2020 से फैसले की उम्मीद है ताकि यह भर्ती अपने अंजाम पर पहुंच सके। 2019 में लंबित और केवल सपनों की तरह साबित हुई अन्य भर्तियों के भी युवाओं को पूरा होने की उम्मीद बची है। यदि ऐसा हुआ तो मेरठ सहित प्रदेशभर के युवाओं के लिए 2020 बड़ा तोहफा साबित हो सकता है। कई सरकारी नौकरियां अपने अंजाम तक नहीं पहुंच पाई हैं।
प्राइमरी स्कूलों में 69 हजार शिक्षकों की भर्ती के लिए कटऑफ पर निर्णय। ’ 68500 के रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया पूरी हो। ’ एलटी ग्रेड में कुछ विषयों के रुके हुए रिजल्ट जारी हों। ’ टीजीटी बॉयोलॉजी पर हो निर्णय। कोर्ट में मामला है विचाराधीन। ’ टीजीटी-पीजीटी के 40 हजार पदों पर विज्ञापन जारी हो। ’ एडेड जूनियर स्कूलों में रिक्त सात हजार पदों पर भर्ती शुरू हो सके। ’ कॉलेजों में प्राचार्यों के रिक्त पदों पर लिखित परीक्षा होकर नियुक्ति मिले।
’ शिक्षकों के लिए भर्ती परीक्षा हुई। लाखों छात्र पास हुए। ’ सरकार ने प्राइमरी में 69 हजार शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की। ’ 68500 पदों में से अधिकांश पर अभ्यर्थियों की नियुक्ति मिल गई। ’ टीजीटी-पीजीटी के 40 हजार पदों को भरने का प्रस्ताव रखा। ’ एडेड जूनियर स्कूलों में नियुक्ति के संशोधित नियम जारी हुए। ’ बीएड एंट्रेंस में मिला छात्रों का रिस्पांस। वर्षों बाद अधिकांश कॉलेज भरे। ’ विश्वविद्यालयों में रिक्त पदों पर रोस्टर सिस्टम को हरी झंडी मिली।
प्राइमरी स्कूलों में सर्वाधिक 69 हजार शिक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षा में पास होकर सरकारी नौकरी के इंतजार में रहे युवाओं के लिए 2019 मायूस करने वाला रहा। साल गुजर गया, लेकिन कटऑफ पर अंतिम फैसला नहीं हो सका।
60-65 फीसदी की कटऑफ अंकों के बीच जारी इस विवाद में सुनवाई चल रही है। इस भर्ती से जुड़े लाखों युवाओं को 2020 से फैसले की उम्मीद है ताकि यह भर्ती अपने अंजाम पर पहुंच सके। 2019 में लंबित और केवल सपनों की तरह साबित हुई अन्य भर्तियों के भी युवाओं को पूरा होने की उम्मीद बची है। यदि ऐसा हुआ तो मेरठ सहित प्रदेशभर के युवाओं के लिए 2020 बड़ा तोहफा साबित हो सकता है। कई सरकारी नौकरियां अपने अंजाम तक नहीं पहुंच पाई हैं।
प्राइमरी स्कूलों में 69 हजार शिक्षकों की भर्ती के लिए कटऑफ पर निर्णय। ’ 68500 के रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया पूरी हो। ’ एलटी ग्रेड में कुछ विषयों के रुके हुए रिजल्ट जारी हों। ’ टीजीटी बॉयोलॉजी पर हो निर्णय। कोर्ट में मामला है विचाराधीन। ’ टीजीटी-पीजीटी के 40 हजार पदों पर विज्ञापन जारी हो। ’ एडेड जूनियर स्कूलों में रिक्त सात हजार पदों पर भर्ती शुरू हो सके। ’ कॉलेजों में प्राचार्यों के रिक्त पदों पर लिखित परीक्षा होकर नियुक्ति मिले।
’ शिक्षकों के लिए भर्ती परीक्षा हुई। लाखों छात्र पास हुए। ’ सरकार ने प्राइमरी में 69 हजार शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की। ’ 68500 पदों में से अधिकांश पर अभ्यर्थियों की नियुक्ति मिल गई। ’ टीजीटी-पीजीटी के 40 हजार पदों को भरने का प्रस्ताव रखा। ’ एडेड जूनियर स्कूलों में नियुक्ति के संशोधित नियम जारी हुए। ’ बीएड एंट्रेंस में मिला छात्रों का रिस्पांस। वर्षों बाद अधिकांश कॉलेज भरे। ’ विश्वविद्यालयों में रिक्त पदों पर रोस्टर सिस्टम को हरी झंडी मिली।