UPPSC ::: यूपी लोक सेवा आयोग ने भर्तियों में खाली पदों को भरने के लिए शुरू की नयी पहल , नौकरी नहीं चाहने वाले अभ्यर्थियों से मांगे आवेदन , समीक्षा अधिकारी / सहायक समीक्षा अधिकारी भर्ती के अभ्यर्थियों से मांगे आवेदन , क्लिक करे और पढ़े पूरी पोस्ट

UPPSC ::: यूपी लोक सेवा आयोग ने भर्तियों में खाली पदों को भरने के लिए शुरू की नयी पहल , नौकरी नहीं चाहने वाले अभ्यर्थियों से मांगे आवेदन , समीक्षा अधिकारी / सहायक समीक्षा अधिकारी भर्ती के अभ्यर्थियों  से मांगे आवेदन , क्लिक करे और पढ़े पूरी पोस्ट 





 उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) में ऐसा पहली बार हुआ है, जब आयोग ने खुद विज्ञप्ति जारी करते हुए आरओ/एआरओ-2017 के अभ्यर्थियों से कहा है कि अगर उनका चयन उच्च पदों पर हो चुका है और वे आरओ/एआरओ की नौकरी नहीं करना चाहते हैं तो आयोग में अपना आवेदन दे सकते हैं। आवदेन के आधार पर उनका अभ्यर्थन निरस्त कर दिया जाएगा। आयोग ने यह कवायद रिक्त पदों को भरने और मेरिट में निचले स्थान पर जगह बनाने वाले अभ्यर्थियों को राहत पहुंचाने के लिए शुरू की है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि जो अभ्यर्थी किसी अन्य पद पर चयनित हो चुके हैं और आरओ/एआरओ की इस परीक्षा में अभ्यर्थन नहीं रखना चाहते हैं वे अपना अपना अभ्यर्थन निरस्त करने के लिए ईमेल आईडी ‘notinforraro17@gmail.com’ पर 25 नवंबर तक प्रार्थनापत्र भेज सकते हैं। प्रार्थनापत्र में अपने अभ्यर्थन निरस्तीकरण के संबंध में स्पष्ट कारणों का उल्लेख भी करना होगा। आयोग के सचिव जगदीश का कहना है कि इस व्यवस्था से पद रिक्त रह जाने की आशंका कम हो जाएगी और मेरिट में निचले स्थान पर रह जाने वाले अभ्यर्थियों के लिए भी मौके बढ़ेंगे।
पीसीएस में चयनित अक्सर छोड़ देते हैं आरओ/एआरओ का पद
- बड़ी संख्या ऐसे अभ्यर्थियों की है जो पीसीएस के साथ और समीक्षा अधिकारी (आरओ)/सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) की परीक्षा में भी शामिल होते हैं। जिन अभ्यर्थियों का पीसीएस में चयन हो जाता है, वे अमूमन आरओ/एआरओ में चयन के बाद भी ज्वाइन नहीं करते हैं और इसकी वजह से आरओ/एआरओ के बड़ी संख्या में पद खाली रह जाते हैं। आयोग को भी पहले से मालूम नहीं होता है कि कौन अभ्यर्थी ज्वाइन करेगा और कौन नहीं करेगा।
इस बार भी बड़ी संख्या में पद खाली रह जाने की आशंका
- आरओ/एआरओ-2017 की प्रारंभिक परीक्षा आठ अप्रैल 2018 में आयोजित की गई थी और मुख्य परीक्षा इस साल फरवरी में हुई थी। अभ्यर्थियों को अब अंतिम चयन परिणाम का इंतजार है। तब से लेकर अब तक दो पीसीएस-2016 और पीसीएस-2017 के अंतिम चयन परिणाम जारी हो चुके हैं। बड़ी संख्या में ऐसे अभ्यर्थियों का चयन हुआ है जिन्होंने आरओ/एआरओ मुख्य परीक्षा भी दी है। ऐसे में आरओ/एआरओ 2017 की परीक्षा में भी कई पद खाली रह जाने की आशंका है।
अभ्यर्थियों ने आयोग अध्यक्ष से मिलकर बताई थी समस्या
- पिछले दिनों आरओ/एआरओ के अभ्यर्थियों ने इस संबंध में आयोग के अध्यक्ष डॉ. प्रभात कुमार से मुलाकात की थी। अभ्यर्थियों ने मांग की थी कि इस दिशा में आयोग कोई ठोस कदम उठाए ताकि पद रिक्त न रह जाएं और अभ्यर्थियों के लिए भी चयन के मौके बढ़ें। अभ्यर्थियों की मांग के मद्देनजर आयोग के परीक्षा नियंत्रक अरविंद कुमार मिश्र की ओर से विज्ञप्ति जारी कर आरओ/एआरओ-2017 के अभ्यर्थियों से अभ्यर्थी निरस्तीकरण के संबंध में आवेदन मांगे गए हैं।
आरओ/एआरओ के 809 पदों पर होनी है भर्ती
- आरओ/एआरओ के 809 पदों पर भर्ती होनी है। पहले 465 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया गया था लेकिन बाद में पदों की संख्या बढ़ गई। आरओ/एआरओ 2017 की प्रारंभिक परीक्षा आठ अप्रैल 2018 को प्रदेश के 21 जिलों के 1146 केंद्र में आयोजित की गई थी। परीक्षा के लिए पांच लाख 33 हजार 447 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे और इनमें से तीन लाख 40 हजार 121 अभ्यर्थी हुए थे। आयोग ने 16 दिसंबर को प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट घोषित किया था, जिसमें मुख्य परीक्षा के लिए 15342 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया था। मुख्य परीक्षा इस साल फरवरी में आयोजित की गई। इसी परीक्षा के आधार पर आरओ के पदों का अंतिम चयन परिणाम जारी किया जाएगा और मुख्य परीक्षा की मेरिट के आधार पर एआरओ अभ्यर्थियों का कंप्यूटर पर टाइप टेस्ट कराया जाएगा। दोनों पदों का अंतिम चयन परिणाम एक साथ जारी किया जाएगा।


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