असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती का विज्ञापन अगले साल होगा जारी , शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में कई बार हुए बदलाव से लम्बा हुआ इंतज़ार , क्लिक करे और पढ़े पूरी पोस्ट
प्रदेश के अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के तीन हजार से अधिक पद रिक्त पड़े हैं। साल भर से अधिक समय बीत चुका है और पदों की गणना एवं उनके आरक्षण निर्धारण का काम अब तक पूरा नहीं हो सका है। ऐसे में अभ्यर्थियों को भर्ती के लिए इंतजार करना होगा। भर्ती का विज्ञापन अब अगले साल आने के आसार हैं।
असिस्टेंट प्रोफेसर के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए उच्च शिक्षा निदेशालय ने एक साल पहले उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग को पदों का अधियाचन भेजा था। भर्ती अब तक पूरी हो जानी चाहिए थी लेकिन उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग विज्ञापन जारी करता, इससे पहले ही निदेशालय ने पदों का अधियाचन वापस ले लिया। निदेशालय की ओर से बताया गया कि पदों के आरक्षण का निर्धारण दोबारा किया जाएगा। प्रक्रिया फिर से शुरू हुई लेकिन इसी बीच गरीब सवर्णों को आरक्षण व्यवस्था लागू कर दी गई।
निदेशालय ने फिर से रिक्त पदों की गणना और उनके आरक्षण के निर्धारण की प्रक्रिया शुरू की। यह प्रक्रिया अंतिम दौर में थी कि शासन से अचानक आदेश आया कि प्रत्येक जिले में रिक्त पदों का सत्यापन जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाली कमेटी करेगी। इन दिनों रिक्त पदों के सत्यापन का काम चल रहा है। सत्यापन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद फिर से आरक्षण का निर्धारण किया जाएगा और इसके बाद निदेशालय की ओर से आयोग को पदों का अधिचायन भेजा जाएगा। ऐसे में असिस्टेंट प्रोफेसर के रिक्त पदों पर भर्ती का विज्ञापन अब अगले साल ही आ सकेगा।