डीएलएड 2019 की 60 हजार से अधिक सीटें अभी भी खाली , सीधे प्रवेश के मौके पर भी नहीं भरीं सीटें , कई कालेज ऐसे भी जहां एक भी अभ्यर्थी नहीं पहुंचा , क्लिक करे और पढ़े पूरी पोस्ट
प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए प्रशिक्षण परीक्षा डीएलएड 2019 में करीब 60 हजार से अधिक सीटें खाली रह गई हैं। यह हालात तब हैं, जब दो चरण की काउंसिलिंग हुई और फिर सीधे प्रवेश का मौका दिया गया। हालांकि सीधे प्रवेश में उम्मीद से अधिक अभ्यर्थियों ने उत्साह दिखाया इसके बाद भी निजी डीएलएड कॉलेजों की हालत खस्ता हो गई है।
डीएलएड कॉलेजों में प्रवेश के लिए परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने शासन को कई बार प्रस्ताव भेजा, लेकिन उसका काफी देर से संज्ञान लिया गया इसलिए प्रवेश प्रक्रिया जुलाई व अगस्त में शुरू हुई। इस वर्ष प्रदेश में 2,29,150 सीटें थीं। आवेदक अभ्यर्थियों को मेरिट के अनुसार प्रवेश देने का निर्देश हुआ। करीब डेढ़ लाख से अधिक आवेदन हुए। कार्यालय की मानें तो करीब एक लाख 70 हजार से अधिक ने ही प्रवेश लिया है, जबकि करीब साठ हजार से अधिक सीटें खाली हैं
प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए प्रशिक्षण परीक्षा डीएलएड 2019 में करीब 60 हजार से अधिक सीटें खाली रह गई हैं। यह हालात तब हैं, जब दो चरण की काउंसिलिंग हुई और फिर सीधे प्रवेश का मौका दिया गया। हालांकि सीधे प्रवेश में उम्मीद से अधिक अभ्यर्थियों ने उत्साह दिखाया इसके बाद भी निजी डीएलएड कॉलेजों की हालत खस्ता हो गई है।
डीएलएड कॉलेजों में प्रवेश के लिए परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने शासन को कई बार प्रस्ताव भेजा, लेकिन उसका काफी देर से संज्ञान लिया गया इसलिए प्रवेश प्रक्रिया जुलाई व अगस्त में शुरू हुई। इस वर्ष प्रदेश में 2,29,150 सीटें थीं। आवेदक अभ्यर्थियों को मेरिट के अनुसार प्रवेश देने का निर्देश हुआ। करीब डेढ़ लाख से अधिक आवेदन हुए। कार्यालय की मानें तो करीब एक लाख 70 हजार से अधिक ने ही प्रवेश लिया है, जबकि करीब साठ हजार से अधिक सीटें खाली हैं