CCSU मेरठ ::: स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षा में होगी निगेटिव मार्किंग , क्लिक करे और पढ़े पूरी खबर
चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय और उससे जुड़े कॉलेजों में परीक्षा की पारदर्शिता से लेकर उसकी गुणवत्ता को सुधारने की कोशिश की जा रही है। विश्वविद्यालय ने स्नातक अंतिम वर्ष की बहुविकल्पीय आधारित परीक्षा में निगेटिव मार्किंग को भी जोड़ा है। छात्रों को परीक्षा के पैटर्न के हिसाब से तैयारी करनी चाहिए।
विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक गुणवत्ता सुधारने के लिए यह बदलाव किया है। विश्वविद्यालय में पहले स्नातक अंतिम वर्ष में बहुविकल्पीय आधारित परीक्षा होती थी। विवि ने यह बदलाव मूल्यांकन का कार्य जल्द कराने के लिए किया था। बहुविकल्पीय आधारित परीक्षा होने से बहुत से छात्र-छात्रएं वैसे ही टिक लगाकर भी परीक्षा में प्रश्नों का उत्तर दे देते थे। अगर उनका टिक से प्रश्न सही हुआ तो नंबर मिल जाता था। गलत उत्तर होने पर नंबर कटने का डर नहीं रहता था। विवि ने इस तरह की प्रवृत्ति को रोकने के लिए स्नातक अंतिम वर्ष में निगेटिव मार्किंग शुरू किया है। इसमें गलत उत्तर देने में एक चौथाई नंबर कट जाएंगे। छात्रों की ओर से कुछ समय इस पैटर्न को लेकर विरोध भी किया गया, लेकिन विवि प्रशासन से साफ कर दिया है कि निगेटिव मार्किंग आधारित ही परीक्षा होगी। इसके बावजूद कुछ छात्रों में यह भ्रम फैला हुआ है कि विवि ने निगेटिव मार्किंग को हटा दिया है। कुलपति प्रो. एनके तनेजा का कहना है कि स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षा निगेटिव आधारित ही है, इसे किसी भी दशा में नहीं बदला जाएगा।
चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय और उससे जुड़े कॉलेजों में परीक्षा की पारदर्शिता से लेकर उसकी गुणवत्ता को सुधारने की कोशिश की जा रही है। विश्वविद्यालय ने स्नातक अंतिम वर्ष की बहुविकल्पीय आधारित परीक्षा में निगेटिव मार्किंग को भी जोड़ा है। छात्रों को परीक्षा के पैटर्न के हिसाब से तैयारी करनी चाहिए।
विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक गुणवत्ता सुधारने के लिए यह बदलाव किया है। विश्वविद्यालय में पहले स्नातक अंतिम वर्ष में बहुविकल्पीय आधारित परीक्षा होती थी। विवि ने यह बदलाव मूल्यांकन का कार्य जल्द कराने के लिए किया था। बहुविकल्पीय आधारित परीक्षा होने से बहुत से छात्र-छात्रएं वैसे ही टिक लगाकर भी परीक्षा में प्रश्नों का उत्तर दे देते थे। अगर उनका टिक से प्रश्न सही हुआ तो नंबर मिल जाता था। गलत उत्तर होने पर नंबर कटने का डर नहीं रहता था। विवि ने इस तरह की प्रवृत्ति को रोकने के लिए स्नातक अंतिम वर्ष में निगेटिव मार्किंग शुरू किया है। इसमें गलत उत्तर देने में एक चौथाई नंबर कट जाएंगे। छात्रों की ओर से कुछ समय इस पैटर्न को लेकर विरोध भी किया गया, लेकिन विवि प्रशासन से साफ कर दिया है कि निगेटिव मार्किंग आधारित ही परीक्षा होगी। इसके बावजूद कुछ छात्रों में यह भ्रम फैला हुआ है कि विवि ने निगेटिव मार्किंग को हटा दिया है। कुलपति प्रो. एनके तनेजा का कहना है कि स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षा निगेटिव आधारित ही है, इसे किसी भी दशा में नहीं बदला जाएगा।