उत्तर प्रदेश में 15 हजार कश्मीरी युवाओ को नौकरी देगी सरकार , क्लिक करे और पढ़े पूरी पोस्ट
अनुच्छेद-370 की समाप्ति के बाद यूपी ने कश्मीर के साथ गहरे रिश्ते बनाने का फैसला किया है। इसी के तहत यहां 15 हजार कश्मीरी युवाओं को नौकरी देने की तैयारी चल रही है। इसमें निजी क्षेत्र की भागीदारी भी सुनिश्चित की जाएगी। इस योजना में प्राथमिकता उन युवाओं को दी जाएगी, जिन्होंने यूपी में रहकर ही अपनी शिक्षा पूरी की है। प्रदेश के उच्च व तकनीकी शिक्षण संस्थानों से हर साल 6 हजार कश्मीरी विद्यार्थी अपना पाठ्यक्रम पूरा करके निकलते हैं।
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में ही वर्तमान में 1400 कश्मीरी छात्र पढ़ रहे हैं। नोएडा, गाजियाबाद और मेरठ के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में भी करीब तीन हजार विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। 1500-1600 कश्मीरी छात्र प्रदेश के अन्य हिस्सों में पढ़ाई कर रहे हैं।
हालांकि अभी तक इन छात्रों की संख्या के बारे में कोई आधिकारिक सर्वे नहीं है, पर जल्दी ही इनकी संख्या और कोर्सेज के बारे में सटीक जानकारी जुटाने के निर्देश दिए गए हैं।
अभी तक पढ़ाई पूरी करने के बाद कश्मीरी छात्र यहां से वापस चले जाते थे। न तो वे यहां नौकरी करने में रुचि लेते थे और न ही यहां के उद्यमी उन्हें रोजगार देने के लिए इच्छुक होते थे। लेकिन, धीरे-धीरे स्थिति में बदलाव आ रहा है।
शासन के एक उच्च पदस्थ सूत्र ने बताया कि कई इंडस्ट्री एसोसिएशन ने भी इन युवाओं को योग्यतानुसार अपने यहां रोजगार देने के लिए संपर्क किया है।
इन एसोसिएशन से जुड़े उद्यमी शनिवार को कश्मीरी युवाओं के साथ सीएम के संवाद के दौरान भी मौजूद रहना चाहते थे, पर उनके इस सुझाव को आगे आने वाले संवाद कार्यक्रमों में लागू करने का निर्णय लिया गया है। सरकार की योजना है कि कश्मीरी युवाओं को कैंपस प्लेसमेंट दिलवाया जाए, ताकि वे यूपी की संस्कृति में आसानी से घुल-मिल सकें।