हक व अधिकार के लिए शिक्षणोत्तर कर्मचारियों की तेज होगी लामबंदी , 12 व 13 अक्टूबर को चित्रकूट में तैयार होगा आंदोलन का खाका, शिक्षा निदेशालय में हर माह धरना देंगे कर्मचारी , क्लिक करे और पढ़े पूरी पोस्ट
प्रदेश के शिक्षणोत्तर कर्मचारी हक व अधिकार के लिए संघर्ष की राह पकड़ने का निर्णय ले चुके हैं। उनके आंदोलन का खाका चित्रकूट में तैयार होगा। चित्रकूट इंटर कॉलेज, चित्रकूट में 12 व 13 अक्टूबर को शिक्षणोत्तर कर्मचारियों का प्रदेशस्तरीय सम्मेलन आयोजित होगा। सम्मेलन में लखनऊ में शक्ति प्रदर्शन का खाका तैयार किया जाएगा।
शिक्षणोत्तर कर्मचारी वर्षो से स्थानांतरण, पदोन्नति, अवकाश का नकदीकरण, चिकित्सा सुविधा, प्रबंधतंत्र में भागीदारी, पुरानी पेंशन बहाली, अवशेष भुगतान जैसी मांग कर रहे हैं लेकिन उसे गंभीरता से नहीं लिया गया। यही कारण है कि तीन से छह सितंबर तक शिक्षा निदेशालय पर शिक्षणोत्तर कर्मचारियों ने धरना देकर अधिकारियों को अपनी मांगों से अवगत कराया। अब वह लखनऊ में शक्ति प्रदर्शन करके सरकार पर दबाव बनाना चाहते हैं। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षणोत्तर संघ के बैनर तले चित्रकूट में होने वाले सम्मेलन में प्रदेशभर के कर्मचारियों का जमघट होगा। संघ के प्रदेश अध्यक्ष आशादीन तिवारी कहते हैं कि सरकार शिक्षणोत्तर कर्मचारियों को उपेक्षित कर रही है, हमारी किसी मांग को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। यह नीति हम स्वीकार नहीं करेंगे।
प्रदेश के शिक्षणोत्तर कर्मचारी हक व अधिकार के लिए संघर्ष की राह पकड़ने का निर्णय ले चुके हैं। उनके आंदोलन का खाका चित्रकूट में तैयार होगा। चित्रकूट इंटर कॉलेज, चित्रकूट में 12 व 13 अक्टूबर को शिक्षणोत्तर कर्मचारियों का प्रदेशस्तरीय सम्मेलन आयोजित होगा। सम्मेलन में लखनऊ में शक्ति प्रदर्शन का खाका तैयार किया जाएगा।
शिक्षणोत्तर कर्मचारी वर्षो से स्थानांतरण, पदोन्नति, अवकाश का नकदीकरण, चिकित्सा सुविधा, प्रबंधतंत्र में भागीदारी, पुरानी पेंशन बहाली, अवशेष भुगतान जैसी मांग कर रहे हैं लेकिन उसे गंभीरता से नहीं लिया गया। यही कारण है कि तीन से छह सितंबर तक शिक्षा निदेशालय पर शिक्षणोत्तर कर्मचारियों ने धरना देकर अधिकारियों को अपनी मांगों से अवगत कराया। अब वह लखनऊ में शक्ति प्रदर्शन करके सरकार पर दबाव बनाना चाहते हैं। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षणोत्तर संघ के बैनर तले चित्रकूट में होने वाले सम्मेलन में प्रदेशभर के कर्मचारियों का जमघट होगा। संघ के प्रदेश अध्यक्ष आशादीन तिवारी कहते हैं कि सरकार शिक्षणोत्तर कर्मचारियों को उपेक्षित कर रही है, हमारी किसी मांग को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। यह नीति हम स्वीकार नहीं करेंगे।