UPPSC ::: 10768 एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती में एक साल में आ सके केवल 13 फीसदी पदों के परीक्षा परिणाम , SIT की जाँच रिपोर्ट पर टिका परिणाम , क्लिक करे और पढ़े पूरी पोस्ट
एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा को एक साल पूरे हो चुके हैं और अब तक महज 12.7 फीसदी पदों का परिणाम ही घोषित हुआ है। चार लाख अभ्यर्थियों को भविष्य अधर में और परीक्षा पेपर आउट होने के विवाद में फंसी है। परीक्षा परिणाम अब एसआईटी की जांच रिपोर्ट पर टिका है। रविवार को प्रयागराज पहुंचे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या को ज्ञापन देकर अभ्यर्थियों ने रिजल्ट जल्द घोषित किए जाने की मांग की।
एलटी ग्रेड शिक्षक के 10768 पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा पिछले साल 29 जुलाई को आयोजित की गई थी। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) अब तक सात विषयों में 1343 पदों का परिणाम ही घोषित कर सका है, जो कुल पदों का मात्र 12.7 फीसदी है। जिन विषयों के रिजल्ट अब तक आए हैं, उनमें चयनित अभ्यर्थियों को भी अभी नियुक्ति नहीं मिली है, क्योंकि पेपर लीक मामले के बाद उनके अभिलेखों के सत्यापन का कार्य स्थगित कर दिया गया था।
पेपर लीक मामले में एसटीएफ जांच चल रही और वाराणसी के एसएसपी ने भी जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। पिछले दिनों आयोग के अध्यक्ष डॉ. प्रभात कुमार ने अभ्यर्थियों को आश्वासन दिया था कि एसआईटी की जांच रिपोर्ट आने के बाद सभी विषयों का परिणाम एक साथ जारी किया जाएगा लेकिन एसआईटी की रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। कुछ दिनों पहले प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने वाराणसी के एसएसपी आनंद कुलकर्णी को फोन कर रिपोर्ट जल्द देने के लिए कहा था।
इंतजार लंबा होता जा रहा है। इस मुद्दे पर अभ्यर्थियों ने रविवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या को ज्ञापन दिया और मांग की कि एसआईटी को रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत करने का निर्देश दें, ताकि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग बाकी विषयों का परिणाम भी जारी कर सके। डिप्टी सीएम ने अभ्यर्थियों को आश्वासन दिया कि वह इस बारे में मुख्यमंत्री से बात करेंगे और अभ्यर्थियों को जल्द ही राहत मिलेगी। ज्ञापन देने वालों में अनिल उपाध्याय, विक्की खान, प्रतीक सिंह, सतीश यादव, रोहित सिंह, अपर्णा पांडेय, नूर सबा आदि शामिल रहे।