बड़ी खबर ::: परिषदीय स्कूलों के 49 सहायक अध्यापकों की सेवा समाप्त करने का आदेश जारी , 68500 शिक्षक भर्ती के रिजल्ट में उत्तीर्ण और कॉपी पर थे फेल , क्लिक करे और पढ़े पूरी पोस्ट
परिषदीय स्कूलों में सहायक अध्यापक पद पर नियुक्ति पाने वाले 49 शिक्षकों की सेवा समाप्त करने का आदेश हुआ है। ये सहायक अध्यापक लिखित परीक्षा के रिजल्ट में उत्तीर्ण घोषित किए गए थे, लेकिन उच्च स्तरीय जांच में वे कॉपी पर अनुत्तीर्ण मिले थे। बेसिक शिक्षा परिषद सचिव रूबी सिंह ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को भेजे निर्देश में कहा है कि उन्हें शासनादेश के अनुरूप सेवा से मुक्त किया जाए।
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 68500 सहायक अध्यापकों की भर्ती के लिए पिछले वर्ष लिखित परीक्षा कराई गई थी, उसका रिजल्ट 13 अगस्त 2018 को जारी हुआ था। उसमें 51 अभ्यर्थी ऐसे भी उत्तीर्ण घोषित कर दिए गए थे, जो कॉपी पर अनुत्तीर्ण थे। रिजल्ट घोषित होने पर उनमें से अधिकांश को विभिन्न जिलों में नियुक्ति भी मिल गई थी। उच्च स्तरीय जांच समिति ने इसका खुलासा किया और इस संबंध में पांच अक्टूबर 2018 को शासनादेश भी जारी हुआ था। उसी समय यह निर्देश दिया गया था कि शासन ने कॉपियों का पुनर्मूल्यांकन का निर्देश दिया है इसमें इन अभ्यर्थियों की कॉपियों का भी दोबारा मूल्यांकन करा लिया जाए। पुनमरूल्यांकन में दो अभ्यर्थी उत्तीर्ण हो गए। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने इस संबंध में शासन को रिपोर्ट भेजी। 29 जुलाई 2019 को शासन ने परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय को निर्देश दिया कि पुनमरूल्यांकन में अनुत्तीर्ण और नियुक्ति पा चुके 49 अभ्यर्थियों का संशोधित परिणाम जारी किया जाए। एक अगस्त को परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने सभी 49 शिक्षकों को अनुत्तीर्ण घोषित कर दिया।
अब पांच अक्टूबर 2018 के शासनादेश के अनुपालन में बेसिक शिक्षा परिषद सचिव रूबी सिंह ने पुनमरूल्यांकन में अनुत्तीर्ण किंतु नियुक्ति पा चुके शिक्षकों की सेवा समाप्ति करने का आदेश जारी कर दिया है। उन्होंने सभी बीएसए को निर्देश दिया है कि वे आदेश का अनुपालन कराएं। ज्ञात हो कि शिक्षकों की नियुक्ति अधिकारी बीएसए ही हैं। अब जल्द ही ऐसे शिक्षकों से उनका पक्ष पूछा जाएगा और उसके बाद नोटिस देकर सेवा से बाहर किया जाएगा।
परिषदीय स्कूलों में सहायक अध्यापक पद पर नियुक्ति पाने वाले 49 शिक्षकों की सेवा समाप्त करने का आदेश हुआ है। ये सहायक अध्यापक लिखित परीक्षा के रिजल्ट में उत्तीर्ण घोषित किए गए थे, लेकिन उच्च स्तरीय जांच में वे कॉपी पर अनुत्तीर्ण मिले थे। बेसिक शिक्षा परिषद सचिव रूबी सिंह ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को भेजे निर्देश में कहा है कि उन्हें शासनादेश के अनुरूप सेवा से मुक्त किया जाए।
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 68500 सहायक अध्यापकों की भर्ती के लिए पिछले वर्ष लिखित परीक्षा कराई गई थी, उसका रिजल्ट 13 अगस्त 2018 को जारी हुआ था। उसमें 51 अभ्यर्थी ऐसे भी उत्तीर्ण घोषित कर दिए गए थे, जो कॉपी पर अनुत्तीर्ण थे। रिजल्ट घोषित होने पर उनमें से अधिकांश को विभिन्न जिलों में नियुक्ति भी मिल गई थी। उच्च स्तरीय जांच समिति ने इसका खुलासा किया और इस संबंध में पांच अक्टूबर 2018 को शासनादेश भी जारी हुआ था। उसी समय यह निर्देश दिया गया था कि शासन ने कॉपियों का पुनर्मूल्यांकन का निर्देश दिया है इसमें इन अभ्यर्थियों की कॉपियों का भी दोबारा मूल्यांकन करा लिया जाए। पुनमरूल्यांकन में दो अभ्यर्थी उत्तीर्ण हो गए। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने इस संबंध में शासन को रिपोर्ट भेजी। 29 जुलाई 2019 को शासन ने परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय को निर्देश दिया कि पुनमरूल्यांकन में अनुत्तीर्ण और नियुक्ति पा चुके 49 अभ्यर्थियों का संशोधित परिणाम जारी किया जाए। एक अगस्त को परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने सभी 49 शिक्षकों को अनुत्तीर्ण घोषित कर दिया।
अब पांच अक्टूबर 2018 के शासनादेश के अनुपालन में बेसिक शिक्षा परिषद सचिव रूबी सिंह ने पुनमरूल्यांकन में अनुत्तीर्ण किंतु नियुक्ति पा चुके शिक्षकों की सेवा समाप्ति करने का आदेश जारी कर दिया है। उन्होंने सभी बीएसए को निर्देश दिया है कि वे आदेश का अनुपालन कराएं। ज्ञात हो कि शिक्षकों की नियुक्ति अधिकारी बीएसए ही हैं। अब जल्द ही ऐसे शिक्षकों से उनका पक्ष पूछा जाएगा और उसके बाद नोटिस देकर सेवा से बाहर किया जाएगा।