फर्जीवाड़ा ::: गोंडा में फर्जी शिक्षकों ने बेसिक शिक्षा विभाग को लगायी एक करोड़ की चपत , अब तक बर्खास्त किए जा चुके हैं 40 शिक्षक , शिक्षा विभाग के अफसर नहीं करा सके रिकवरी , क्लिक करे और पढ़े पूरी पोस्ट
बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी नियुक्तियों ने विभाग को करारी चोट दी है। जिले में 40 फर्जी शिक्षक पकड़ में आ चुके हैं। इनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है। बीएसए ने बर्खास्तगी करने के साथ ही देयकों की वसूली के आदेश दिए थे लेकिन, अब तक एक भी रुपये की वसूली नहीं हो पाई है। फर्जी शिक्षकों को वेतन व अन्य मद में किए गए भुगतान की राशि एक करोड़ से अधिक बताई जा रही है।
बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में बीएड व टीईटी के फर्जी अभिलेख लगाकर नौकरी हथिया ली गई। सहायक अध्यापक से प्रधानाध्यापक पद पर प्रमोशन तक ले लिया। अब जब जांच शुरू हुई तो अभिलेख फर्जी मिल रहे हैं। डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा से कई लोगों ने फर्जी तरह से डिग्री हासिल की। उसे लगाकर नियुक्ति प्राप्त की। जिसकी जांच चल रही है। एडी बेसिक के साथ ही प्रशासनिक टीम व एसआइटी जांच कर रही है। टीम से पहले अफसरों ने खुद ही खोज-खोजकर अध्यापकों को बर्खास्त करना प्रारंभ कर दिया है लेकिन, इनकी पूरी कार्रवाई बर्खास्तगी तक ही सिमटकर रह गई है।
फर्जी तरह से नौकरी हासिल करने वालों से अब तक रिकवरी नहीं कराई जा सकी है। विभिन्न थानों में जालसाजी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत होने के बाद भी गिरफ्तारी नहीं की जा सकी है।
>>अब तक बर्खास्त किए जा चुके हैं 40 शिक्षक
’>>शिक्षा विभाग के अफसर नहीं करा सके रिकवरी
फर्जी अभिलेख लगाकर शिक्षक की नौकरी हथियाने वालों को बर्खास्त किया जा चुका है। रिपोर्ट दर्ज कराने व भुगतान की रिकवरी के आदेश दिए थे। वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक व खंड शिक्षा अधिकारियों से जानकारी कर रहे हैं।
- मनिराम सिंह, बीएसए।
बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी नियुक्तियों ने विभाग को करारी चोट दी है। जिले में 40 फर्जी शिक्षक पकड़ में आ चुके हैं। इनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है। बीएसए ने बर्खास्तगी करने के साथ ही देयकों की वसूली के आदेश दिए थे लेकिन, अब तक एक भी रुपये की वसूली नहीं हो पाई है। फर्जी शिक्षकों को वेतन व अन्य मद में किए गए भुगतान की राशि एक करोड़ से अधिक बताई जा रही है।
बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में बीएड व टीईटी के फर्जी अभिलेख लगाकर नौकरी हथिया ली गई। सहायक अध्यापक से प्रधानाध्यापक पद पर प्रमोशन तक ले लिया। अब जब जांच शुरू हुई तो अभिलेख फर्जी मिल रहे हैं। डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा से कई लोगों ने फर्जी तरह से डिग्री हासिल की। उसे लगाकर नियुक्ति प्राप्त की। जिसकी जांच चल रही है। एडी बेसिक के साथ ही प्रशासनिक टीम व एसआइटी जांच कर रही है। टीम से पहले अफसरों ने खुद ही खोज-खोजकर अध्यापकों को बर्खास्त करना प्रारंभ कर दिया है लेकिन, इनकी पूरी कार्रवाई बर्खास्तगी तक ही सिमटकर रह गई है।
फर्जी तरह से नौकरी हासिल करने वालों से अब तक रिकवरी नहीं कराई जा सकी है। विभिन्न थानों में जालसाजी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत होने के बाद भी गिरफ्तारी नहीं की जा सकी है।
>>अब तक बर्खास्त किए जा चुके हैं 40 शिक्षक
’>>शिक्षा विभाग के अफसर नहीं करा सके रिकवरी
फर्जी अभिलेख लगाकर शिक्षक की नौकरी हथियाने वालों को बर्खास्त किया जा चुका है। रिपोर्ट दर्ज कराने व भुगतान की रिकवरी के आदेश दिए थे। वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक व खंड शिक्षा अधिकारियों से जानकारी कर रहे हैं।
- मनिराम सिंह, बीएसए।