रेलवे ग्रुप डी भर्ती परिणाम ::: आरआरसी ने रोका संदिग्धों का रिजल्ट , 300 अभ्यर्थियों का रोका गया रिजल्ट , क्लिक करे और पढ़े पूरी पोस्ट
रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ (आरआरसी) इलाहाबाद में ग्रुप डी पद के लिए हाल ही में चयनित हुए 3254 अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी जा रही है। इस चयन प्रक्रिया के दौरान करीब तीन सौ संदिग्ध अभ्यर्थी मिले हैं जिनका रिजल्ट रोक लिया गया है। इसमें से किसी के अंगूठे का निशान नहीं मिल रहा तो किसी के प्रमाण पत्र कुछ संदिग्ध लग रहे हैं। फिलहाल जांच चल रही है। इसमें जो सही होंगे उनको नियुक्ति दी जाएगी और जो फर्जी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
रेलवे में ग्रुप डी कटेगरी के ट्रैक मैन, खलासी, हेल्पर आदि के हजारों पद खाली हैं। पिछले साल रेलवे भर्ती बोर्ड इलाहाबाद ने 4762 पदों पर भर्ती के लिए प्रक्रिया शुरू की। इसके लिए ऑनलाइन परीक्षा 2018 में कराई गई थी तब 14288 अभ्यर्थी चुने गए। आरआरबी ने रिजल्ट जारी किया। फिर आगे की चयन प्रक्रिया आरआरसी इलाहाबाद ने कराई। आरआरसी ने फिजिकल टेस्ट कराया और उसमें आठ हजार अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए। फिर इनकी मेरिट बनी और डाक्यूमेंट वैरीफिकेशन के लिए 4950 अभ्यर्थियों को बुलाया गया। आसार है कि इसमें से कुछ लोगों ने भर्ती होने के लिए फर्जीवाड़ा किया हो। इसलिए इन लोगों का परिणाम रोक लिया गया है। आरआरसी के चेयरमैन विवेक प्रकाश ने बताया कि जो संदिग्ध मिले हैं, उनके प्रमाण पत्रों और बायोमीटिक उपस्थिति की फिर से जांच कराई जाएगी। अगर वह सही होंगे तो उनको नियुक्ति दी जाएगी।
रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ (आरआरसी) इलाहाबाद में ग्रुप डी पद के लिए हाल ही में चयनित हुए 3254 अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी जा रही है। इस चयन प्रक्रिया के दौरान करीब तीन सौ संदिग्ध अभ्यर्थी मिले हैं जिनका रिजल्ट रोक लिया गया है। इसमें से किसी के अंगूठे का निशान नहीं मिल रहा तो किसी के प्रमाण पत्र कुछ संदिग्ध लग रहे हैं। फिलहाल जांच चल रही है। इसमें जो सही होंगे उनको नियुक्ति दी जाएगी और जो फर्जी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
रेलवे में ग्रुप डी कटेगरी के ट्रैक मैन, खलासी, हेल्पर आदि के हजारों पद खाली हैं। पिछले साल रेलवे भर्ती बोर्ड इलाहाबाद ने 4762 पदों पर भर्ती के लिए प्रक्रिया शुरू की। इसके लिए ऑनलाइन परीक्षा 2018 में कराई गई थी तब 14288 अभ्यर्थी चुने गए। आरआरबी ने रिजल्ट जारी किया। फिर आगे की चयन प्रक्रिया आरआरसी इलाहाबाद ने कराई। आरआरसी ने फिजिकल टेस्ट कराया और उसमें आठ हजार अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए। फिर इनकी मेरिट बनी और डाक्यूमेंट वैरीफिकेशन के लिए 4950 अभ्यर्थियों को बुलाया गया। आसार है कि इसमें से कुछ लोगों ने भर्ती होने के लिए फर्जीवाड़ा किया हो। इसलिए इन लोगों का परिणाम रोक लिया गया है। आरआरसी के चेयरमैन विवेक प्रकाश ने बताया कि जो संदिग्ध मिले हैं, उनके प्रमाण पत्रों और बायोमीटिक उपस्थिति की फिर से जांच कराई जाएगी। अगर वह सही होंगे तो उनको नियुक्ति दी जाएगी।