बड़ी खबर ::: सरकारी नौकरियां निकालने वाली सभी एजेंसियां एक होंगी , एक साथ जारी होगा परीक्षा कैलेंडर , क्लिक करे और पढ़े पूरी पोस्ट

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 सरकारी नौकरी लेने का पूरा सिस्टम आने वाले बरसों में बदल सकता है। सरकार इस तैयारी में है कि एक ही एजेंसी हर ग्रेड की परीक्षा ले। वह पूरे साल होने वाली परीक्षाओं का कैलेंडर भी जारी करेगी। दरअसल, सरकार नौकरियों के लिए होने वाली परीक्षा सिस्टम में बदलाव के लिए समीक्षा कर रही है। उसका मानना है कि अभी पुराने सिस्टम से होने वाली परीक्षा सिस्टम से योग्य और सक्षम कर्मचारी नहीं मिल रहे हैं।

हर 5 साल पर समीक्षा

2010 में तय किया गया था कि हर पांच साल पर केंद्र सरकार पूरी प्रक्रिया की समीक्षा करेगी। समीक्षा में कुल पदों की संख्या, कितने खाली पद हैं, उनमें कितने पद प्रासंगिक हैं या और नए पद जोड़ने की जरूरत है या नहीं जैसी कसौटियां शामिल थीं। इसके बाद इन पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया क्या हो, इसके लिए पूरी प्रक्रिया में क्या बदलाव हो सकती है, उसपर भी विस्तार से अनुशंसा होती थी। इस कैलेंडर के हिसाब से 2015 में ही समीक्षा करनी थी, लेकिन तब नहीं हुआ। अब इसमें तेजी आई है और सूत्रों के अनुसार साल के अंत तक पूरा नया सिस्टम लागू हो जाएगा।

सूचना एक जगह

सरकार की योजना है कि साल भर होने वाली परीक्षा की सूचना एक ही जगह दी जाए। इसमें फॉर्म भरने की प्रक्रिया सेंट्रलाइज हो। इससे तहत स्टूडेंट एक साथ इन सभी परीक्षाओं के लिए फॉर्म भर सकता है। या इनमें से अपनी पसंद और योग्यता के हिसाब से चुनाव कर सकता है। स्टूडेंट सभी परीक्षा के लिए फी भी एक साथ भर सकेगा। परीक्षा लेने वाली सभी एजेंसी को इसी अनुरूप कैलेंडर बनाने को कहा गया है।

परीक्षा के लिए सिंगल विंडो सिस्टम का ऐप भी तैयार होगा। सभी स्टूडेंट अपने मोबाइल से भी इससे जुड़ भी सकते हैं। उन्हें सरकारी परीक्षा से जुड़ी हर सूचना का अपेडट आता रहेगा। सूत्रों के अनुसार यूपीएससी, स्टॉफ सेलेक्शन कमीशन, रेलवे बोर्ड या ऐसी तमाम दूसरी एजेंसी को विलय कर एक बड़ा समूह बनाया जाएगा। सरकार का मानना है कि इससे न सिर्फ करोड़ों स्टूडेंट को दिक्कतों से मुक्ति मिलगी, सरकारी नौकरियों के लिए परीक्षा आयोजित करने में अधिक पारदर्शीता आएगी। डीओपीटी को मिली रिपोर्ट में इसके लिए यूपीएससी जैसी परीक्षाओं में में स्टूडेंट के लिए परीक्षा में बैठने के लिए उम्र और अटेम्प्ट (प्रयास) कम करने के साथ-साथ ऑप्शनल सबजेक्ट को भी हटाकर उनकी जगह प्रैक्टिकल एक्जाम पर अधिक फोकस करने को कहा गया है।




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