प्रधानाचायरे के वर्ष-2011 के इण्टरव्यू का रिजल्ट 30 को , आठ वर्ष में 999 प्रधानाचायरे का नहीं हो पाया चयन , क्लिक करे और पढ़े पूरी पोस्ट
उप्र माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड,प्रयागराज एडेडविद्यालयों के प्रधानाचायरे के विज्ञापन-2011 के 999 पदों के हुए इण्टरव्यू का रिजल्ट 30 जुलाईको घोषित करने जा रहा है। इसकी तैयारियां चयन बोर्ड में अंतिम चरण में चल रही हैं।सबसे बड़ी बात यह हैकि इस विज्ञापन के जारी होने के बाद प्रदेश में तीन सरकार बसपा, सपा और अब भाजपा की सरकार है लेकिन भर्ती आज तक पूरी नहीं हो पायी।बसपा के शासनकाल में विज्ञापन वर्ष-2011 में जारी हुआ।सपा के शासनकाल में वर्ष2012 से मार्च2017 तक कोईकार्रवाई नही हुई लेकिन अब भाजपा सरकार में रिजल्टघोषित होने जा रहा है।
इस दौरान चयन बोर्ड में आठअध्यक्ष बदल चुके हैं। वर्ष-2011 में चयन बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष एवं वरिष्ठ शिक्षाविद् डा. आर पी वर्माथे।उन्होंने चयन बोर्डमें कईमहत्वपूर्णसुधार करते हुए टीजीटी, पीजीटी के रिक्त 10 हजार पदों व प्रधानाचार्यके 999 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया था।भर्तीप्रक्रिया के दौरान सपा सरकार मार्च2012में बनी तो डा.वर्माको पद से हटा दिया गया।प्रभारी अध्यक्ष डा धनंजय गुप्ता ने आठ माह कोईकाम नहीं किया।नये अध्यक्ष डा.देवकीनंदन शर्माआये थे। वह टीजीटी-पीजीटी परीक्षा की तैयारियां शुरू किया था लेकिन कैंसर से उनकी मौत हो गयी।प्रभारी अध्यक्ष डा.आशाराम यादव ने एडेड विद्यालयों के प्रधानाचार्यों के वर्ष-2011 के कई मण्डलों का इण्टरव्यू करा दिया था लेकिन विवादित होने पर हटा दिया गया। उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग के सदस्य डा. परशुरामपाल अध्यक्ष बने।वह टीजीटी-पीजीटी वर्ष-2011 व 13 की परीक्षा करवाये लेकिन एक वर्ष के भीतर हटा दिये गये थे।छह माह के अंदर दो अध्यक्ष डा. अनीता यादव डा. सनिल कुमार को हाईकोर्टने योग्यता न होने पर पद से हटा दिया था जबकि पूर्वआईएएस हीरालाल गुप्ता ने वर्ष 2011 व 2013 के टीजीटी,पीजीटी का रिजल्टघोषित करके इण्टरव्यू कराकर नियुक्तियां की लेकिन प्रधानाचार्यों की नियुक्ति नहीं कर सके।करीब डेढ़ वर्ष बाद हीरालाल गुप्ता को भाजपा सरकार ने जून-2017 में पद से हटाकर पूर्वआईएएस वीरेश कुमार को चयन बोर्डका अध्यक्ष बनाया गया वह हाईकोर्ट के आदेश पर रिजल्टघोषित करने जा रहे हैं।
उप्र माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड,प्रयागराज एडेडविद्यालयों के प्रधानाचायरे के विज्ञापन-2011 के 999 पदों के हुए इण्टरव्यू का रिजल्ट 30 जुलाईको घोषित करने जा रहा है। इसकी तैयारियां चयन बोर्ड में अंतिम चरण में चल रही हैं।सबसे बड़ी बात यह हैकि इस विज्ञापन के जारी होने के बाद प्रदेश में तीन सरकार बसपा, सपा और अब भाजपा की सरकार है लेकिन भर्ती आज तक पूरी नहीं हो पायी।बसपा के शासनकाल में विज्ञापन वर्ष-2011 में जारी हुआ।सपा के शासनकाल में वर्ष2012 से मार्च2017 तक कोईकार्रवाई नही हुई लेकिन अब भाजपा सरकार में रिजल्टघोषित होने जा रहा है।
इस दौरान चयन बोर्ड में आठअध्यक्ष बदल चुके हैं। वर्ष-2011 में चयन बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष एवं वरिष्ठ शिक्षाविद् डा. आर पी वर्माथे।उन्होंने चयन बोर्डमें कईमहत्वपूर्णसुधार करते हुए टीजीटी, पीजीटी के रिक्त 10 हजार पदों व प्रधानाचार्यके 999 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया था।भर्तीप्रक्रिया के दौरान सपा सरकार मार्च2012में बनी तो डा.वर्माको पद से हटा दिया गया।प्रभारी अध्यक्ष डा धनंजय गुप्ता ने आठ माह कोईकाम नहीं किया।नये अध्यक्ष डा.देवकीनंदन शर्माआये थे। वह टीजीटी-पीजीटी परीक्षा की तैयारियां शुरू किया था लेकिन कैंसर से उनकी मौत हो गयी।प्रभारी अध्यक्ष डा.आशाराम यादव ने एडेड विद्यालयों के प्रधानाचार्यों के वर्ष-2011 के कई मण्डलों का इण्टरव्यू करा दिया था लेकिन विवादित होने पर हटा दिया गया। उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग के सदस्य डा. परशुरामपाल अध्यक्ष बने।वह टीजीटी-पीजीटी वर्ष-2011 व 13 की परीक्षा करवाये लेकिन एक वर्ष के भीतर हटा दिये गये थे।छह माह के अंदर दो अध्यक्ष डा. अनीता यादव डा. सनिल कुमार को हाईकोर्टने योग्यता न होने पर पद से हटा दिया था जबकि पूर्वआईएएस हीरालाल गुप्ता ने वर्ष 2011 व 2013 के टीजीटी,पीजीटी का रिजल्टघोषित करके इण्टरव्यू कराकर नियुक्तियां की लेकिन प्रधानाचार्यों की नियुक्ति नहीं कर सके।करीब डेढ़ वर्ष बाद हीरालाल गुप्ता को भाजपा सरकार ने जून-2017 में पद से हटाकर पूर्वआईएएस वीरेश कुमार को चयन बोर्डका अध्यक्ष बनाया गया वह हाईकोर्ट के आदेश पर रिजल्टघोषित करने जा रहे हैं।