यूपी पुलिस सिपाही भर्ती 2013 :: अभ्यर्थियों के प्रदर्शन के बाद सरकार जागी , छह साल बाद पूरी हुई भर्ती , क्लीक करे और पढ़े पूरी खबर

यूपी पुलिस सिपाही भर्ती 2013 :: अभ्यर्थियों के प्रदर्शन के  बाद सरकार जागी  , छह साल बाद पूरी हुई भर्ती , क्लीक करे और पढ़े पूरी  खबर 



सिपाही भर्ती 2013 में भर्ती के लिए शेष रह गए अभ्यर्थियों के प्रदर्शन के बाद सोमवार को उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने परिणाम घोषित कर दिया। भर्ती बोर्ड ने सामान्य श्रेणी की 2052 महिला अभ्यर्थियों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आश्रित कोटे के 36 अभ्यर्थियों की चयन सूची जारी कर दी है।  प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने बताया कि 2013 में सिपाही के 41,610 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई थी। इसमें नागरिक पुलिस आरक्षी के 35,500 पद, पीएसी आरक्षी के 4033 और फायरमैन के 2077 पद शामिल थे। भर्ती बोर्ड ने 2015 में अभिलेखों की संवीक्षा और चिकित्सा परीक्षा में पास हुए 55,994 अभ्यर्थियों में से व्हाइटनर और ब्लेड का प्रयोग करने वाले 4429 अभ्यर्थियों को हटाते हुए 16 जुलाई 2015 को 38,315 अभ्यर्थियों का चयन परिणाम घोषित कर दिया था।

परिणाम घोषित होने के बाद व्हाइटनर का प्रयोग करने वाले अभ्यर्थी न्यायालय चले गए जहां से उन्हें राहत मिल गई और बोर्ड को उक्त अभ्यर्थियों को चयनित करने का निर्देश दिया गया। भर्ती बोर्ड ने न्यायालय के आदेश के बाद उक्त 4429 अभ्यर्थियों की चयन सूची 21 मई 2015 को जारी कर दी। उधर, न्यायालय में एक अन्य याचिका क्षैतिज आरक्षण को लेकर कुछ अभ्यर्थियों ने दायर कर दी।
अभ्यर्थियों की दलील थी कि 2312 पद जो क्षैतिज आरक्षण में नहीं भरे जा सके उन्हें सामान्य कोटे से भरा जाए। भर्ती बोर्ड की दलील थी कि क्षैतिज आरक्षण में जो भर्ती रिक्त रह जाती है उसे अगली भर्ती प्रक्रिया में शामिल कर लिया जाता है। 

न्यायालय ने भर्ती बोर्ड की बात नहीं मानी और 20 फरवरी 2019 को राज्य सरकार को आदेश दिया कि क्षैतिज आरक्षण में रह गई खामी को दूर करते हुए परिणाम घोषित किए जाएं। इसी क्रम में सोमवार को जब अभ्यर्थियों ने लखनऊ में प्रदर्शन किया तो आनन फानन में सरकार भी सक्रिय हुई और बोर्ड ने देर शाम 2088 अभ्यर्थियों की अंतिम सूची जारी कर दी। 

प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने बताया कि बीते वर्ष 2018 में भर्ती बोर्ड ने 2013 भर्ती के लगभग 13 हजार अभ्यर्थियों को मेडिकल परीक्षण के लिए बुलाया था। जिन छात्रों का मेडिकल कराया गया उसका यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि हम उक्त सभी को चयनित करें। आज प्रदर्शन करने आए अभ्यर्थियों में से पांच अभ्यर्थियों को बुलाकर उनका पक्ष जाना और इस पूरे मामले के पटाक्षेप का भरोसा दिलाया।





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