कॉलेजों में भी एपीआइ स्कोर का निर्धारण
इलाहाबाद विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों में भी असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए एकेडमिक परफार्मेस इन्डेक्स (एपीआइ) स्कोर का नए सिरे से निर्धारण होगा। ये अहम बदलाव यूजीसी रेगुलेशन-2018 के तहत किया गया है।
दरअसल, इलाहाबाद डिग्री कॉलेज में 119 पदों पर और सीएमपी में तीन विषयांे में भी शिक्षकों की भर्ती होनी है। यहां भी यूजीसी रेगुलेशन-2018 के तहत भर्ती प्रक्रिया संपन्न होगी। शिक्षक भर्ती में एपीआई स्कोर के आधार पर ही अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है। अब तक एपीआई स्कोर में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के अंक भी जोड़े जाते थे।
यूजीसी रेगुलेशन-2018 के तहत किए गए अहम बदलाव में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के अंक एपीआइ स्कोर में शामिल नहीं किए जाएंगे। अब केवल स्नातक, परा स्नातक एवं इससे ऊपर के पाठ्यक्रमों के अंक व अनुभव के अंक एपीआई स्कोर में जोड़े जाएंगे। एपीआई स्कोर अधिकतम 100 अंकों का होगा।
ऐसे किए जाएंगे निर्धारित
स्नातक में 80 फीसदी से अधिक अंक पाने पर अधिकतम 21 अंक, 60 से 80 फीसदी पर 19, 60 से 55 फीसदी पर 16 और 55 से 45 फीसदी पर 10 अंक मिलेंगे। इसी तरह, परास्नातक में 80 फीसदी से अधिक 25 अंक, 80 से 60 फीसदी पर 23 अंक, 60 से 55 फीसदी पर 20 अंक मिलेंगे।
एमफिल में 60 फीसद से अधिक पर सात अंक, 60 से 55 फीसद पर पांच अंक मिलेंगे। पीएचडी में 30 अंक मिलेंगे। जेआरएफ के लिए 10, नेट के लिए आठ और स्लेट/सेट के लिए अधिकतम पांच अंक निर्धारित होंगे। रिसर्च पब्लिकेशन के लिए अधिकतम छह अंक होंगे। टीचिंग एवं पोस्ट डॉक्टोरल अनुभव पर अधिकतम दस अंक होंगे। इंटर नेशनल/नेशनल अवार्ड के लिए अधिकतम तीन एवं राज्य स्तरीय अवार्ड के लिए अधिकतम दो अंक होंगे।
यूजीसी रेगुलेशन के तहत जुड़ेंगे स्नातक-परास्नातक के अंक
यूजीसी रेगुलेशन के तहत भर्ती प्रक्रिया होगी