शिक्षक भर्ती लिखित परीक्षा के स्तर और पास होने के लिए न्यूनतम अंको की बाध्यता होने से परीक्षा में सफल होने वाले अभ्यर्थियों की संख्या कम रहने की उम्मीद , 68500 पद भरने भी हो सकते है मुश्किल , क्लिक करे और पढ़े पूरी खबर
परीक्षा में पास होने के लिए सामान्य व अन्य पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों को 33 फीसदी और अनुसूचित जाति और जनजाति के अभ्यर्थियों को पास होने के लिए 30 फीसदी अंक लाने हैं। प्रदेश भर में करीब एक लाख 20 हजार परीक्षार्थी पंजीकृत थे। पेपर के स्तर को देखते हुए कहा जा रहा है कि इसमें पास होना ही मुश्किल है। इस लिहाज से पूरे पद भरना संभव नहीं दिख रहा।
परीक्षा में पास होने के लिए सामान्य व अन्य पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों को 33 फीसदी और अनुसूचित जाति और जनजाति के अभ्यर्थियों को पास होने के लिए 30 फीसदी अंक लाने हैं। प्रदेश भर में करीब एक लाख 20 हजार परीक्षार्थी पंजीकृत थे। पेपर के स्तर को देखते हुए कहा जा रहा है कि इसमें पास होना ही मुश्किल है। इस लिहाज से पूरे पद भरना संभव नहीं दिख रहा।
नौकरियों से सम्बन्धित हर जानकारी को अपने मोबाइल पर पाने के लिए हमारी आधिकारिक एप डाउनलोड करें