यूपी टीईटी की परीक्षा शांतिपूर्ण करवाने के लिए परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने तैयारी की तेज , नक़ल रोकने के उठाये जा रहे है सख्त कदम

यूपी टीईटी की परीक्षा शांतिपूर्ण करवाने के लिए परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने तैयारी की तेज , नक़ल रोकने के उठाये जा रहे है सख्त कदम 


उप्र शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के लिए परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने तैयारियां तेज कर दी है। परीक्षा 15 अक्टूबर को होगी। इसके लिए प्रदेश में 1580 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। 9 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी परीक्षा देंगे।

परीक्षा नियामक प्राधिकारी की सचिव डा. सुत्ता सिंह ने बताया कि परीक्षा की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। नकल रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। पहली पाली की परीक्षा 10 से 12.30 बजे तक और दूसरी पाली की परीक्षा 2.30 से 5 बजे तक होगी। पहली पाली में प्राथमिक स्तर यानी कक्षा 1 से 5 तक और दूसरी पाली में कक्षा 6 से 8 तक के लिए परीक्षा होगी। 

परीक्षा नियामक प्राधिकारी के मुताबिक इस बार प्राइमरी व जूनियर स्तर पर 15 लाख आठ हजार 410 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया था लेकिन परीक्षा में 9 लाख 76 हजार 760 शामिल होंगे। टीईटी 2016 में लगभग 10 फीसदी अभ्यर्थी ही हुए थे पास: टीईटी 2016 का रिजल्ट मार्च, 2017 में आया था। इसमें पौने 7 लाख अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी। प्राइमरी स्तर पर 221654 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी लेकिन केवल 25226 ही पास हुए थे। वहीं जूनियर स्तर पर 454616 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी लेकिन सिर्फ 50138 ही पास हुए थे। पास होने वाले अभ्यर्थियों का आंकड़ा एक लाख तक भी नहीं पहुंच पाया था।

टीईटी 2017 की परीक्षा इसलिए ज्यादा महत्वपूर्ण हो गई है क्योंकि इसमें सहायक अध्यापक पद पर समायोजित शिक्षामित्र भी भाग ले रहे हैं। लगभग 1.70 लाख शिक्षामित्र भी परीक्षा देंगे। हालांकि 22 हजार शिक्षामित्र टीईटी पास हैं लेकिन इनमें से कई ने 2011 में परीक्षा दी थी जिसका प्रमाणपत्र अब मान्य नहीं है। टीईटी का प्रमाणपत्र 5 वर्ष के लिए ही मान्य होता है। राज्य सरकार ने पहली बार सरकारी स्तर पर टीईटी पास करने की निशुल्क कोचिंग जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों पर शुरू की है।

लखनऊ।लखनऊ में पूरी परीक्षा को शांतिपूर्ण तरीके से करने के लिए छह सचल दल परीक्षा पर नजर रखेंगे। टीईटी परीक्षा के लिए लखनऊ में कुल 25 हजार 8 सौ 17 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं। संयुक्त शिक्षा निदेशक सुरेंद्र कुमार तिवारी के अनुसार टीईटी परीक्षा को पूरी तरह से नकलविहीन कराने के लिए छह सचल दल गठित कर दिए हैं। इसमें से एक दल का नेतृत्व वह स्वयं भी करेंगे। 
इसके अलावा जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. मुकेश कुमार सिंह, उप शिक्षा निदेशक विभा मिश्र, डायट प्राचार्य पवन कुमार सचान, जिला विद्यालय निरीक्षक द्वितीय नंद कुमार और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण मणि त्रिपाठी के नेतृत्व में अलग-अलग सचल दल गठित किया गया है। टीईटी परीक्षा में कोई गड़बड़ी न हो, इसके लिए किसी भी परीक्षार्थी, कक्ष निरीक्षक और कर्मचारी को मोबाइल लेकर केंद्र के अन्दर प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा। 

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