यूपी बोर्ड हाई स्कूल और इंटरमीडिएट उत्तर पुस्तिकाओं में से निकल रहे है 500 -500 के नोट , परीक्षा के दौरान बरती गयी सख्ती का दिख रहा असर , क्लिक करे और पढ़े पूरी खबर
दूसरे केंद्रों में भी कॉपियों से नोट निकले लेकिन परीक्षकों ने किसी को बताने की बजाय चुपके से नोट मोड़कर जेब में रखना उचित समझा।पेपर हल नहीं कर पाने वाले परीक्षार्थी इस उम्मीद से नोट रख देते हैं कि शायद परीक्षक तरस खाकर कुछ नंबर दे दे। हालांकि बोर्ड ने सख्त निर्देश दिए हैं कि कॉपियों का मूल्यांकन पूरी सतर्कता के साथ किया जाए। एक कमरे में भर दिये 70-80 परीक्षक : यूपी बोर्ड ने कॉपियों के मूल्यांकन में शिक्षकों की ड्यूटी लगाने में गड़बड़ी की है। अग्रसेन इंटर कॉलेज में 21 कमरों में कॉपियां जांची जा रही है लेकिन वहां 1727 परीक्षकों की ड्यूटी लगा दी गई है। एक कमरे में 80 परीक्षकों की ड्यूटी लगने से उनमें आक्रोश है। शिक्षक नेता लालमणि द्विवेदी का कहना है कि एक कमरे में 80 बच्चों को नहीं बैठाया जा सकता। ऐसे में शिक्षकों से कॉपी जंचवाना अमानवीय है।
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट कॉपियों के मूल्यांकन के तीसरे दिन भी वित्तविहीन स्कूल के शिक्षकों ने तालाबंदी की। सोमवार को सुबह नौ बजे ही शिक्षक नेता सीएवी इंटर कॉलेज पहुंचकर कोठार के सामने डट गये। इसके चलते कोठार का ताला नहीं खुल सका। शिक्षक नेता वित्तविहीन शिक्षकों व कर्मचारियों को सम्मानजनक मानदेय देने, उनके लिए सेवा नियमावली बनाने, पुरानी पेंशन बहाली, चिकित्सा सुविधा एवं कॉपियों के मूल्यांकन का पारिश्रमिक सीबीएसई के बराबर करने की मांग कर रहे हैं।
तालाबंदी करने वालों में माध्यमिक शिक्षक संघ वित्तविहीन गुट के जिलाध्यक्ष ननकेश बाबू, माध्यमिक शिक्षक महासभा के प्रदेश सचिव राम सेवक त्रिपाठी, पर¨वद सिंह, वित्तविहीन शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष उदयराज, समाजवादी शिक्षक सभा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मानसिंह यादव, अटेवा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. हरि प्रकाश यादव आदि शामिल रहे।
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