प्रदेश के यूपी लोक सेवा की भर्तियों की जाँच के बाद एक और भर्ती की सीबीआई जाँच की उठी मांग , पीसीएस 1985 में भ्रष्टाचार की सीबीआई जांच कराने की मांग हुई तेज , क्लिक करे और पढ़े पूरी खबर

प्रदेश के यूपी लोक सेवा की भर्तियों की जाँच के बाद एक और भर्ती की सीबीआई जाँच की उठी मांग , पीसीएस 1985 में  भ्रष्टाचार की सीबीआई जांच कराने की मांग हुई तेज , क्लिक करे और पढ़े पूरी खबर 



समाजवादी पार्टी के शासन के दौरान लोक सेवा आयोग में हुई भर्तियों की सीबीआई जांच शुरू होने के बाद अब पीसीएस 1985 में हुए कथित भ्रष्टाचार की सीबीआई जांच कराने की मांग भी तेज हो गई है। इलाहाबाद-झांसी स्नातक क्षेत्र के विधायक एवं विधान परिषद में भाजपा विधायक दल के उप नेता डॉ. यज्ञदत्त शर्मा ने इस बारे में मुख्यमंत्री और गृहमंत्री को पत्र भेजा। पत्र के मुताबिक प्रदेश सरकार ने नौ मई 2003 को पीसीएस 1985 में हुए भ्रष्टाचार की जांच सीबीआई से कराने का निर्णय लेते हुए केंद्र सरकार को पत्र भेजा था।

 सितंबर 2004 में सीबीआई के एआईजी ने लिखकर दे दिया था कि आयोग और उनके कर्मचारी सीबीआई के दायरे में नहीं आते हैं। हालांकि बाद में भर्ती से जुड़े अभिलेख आयोग से सीबीआई को भेज दिए गए थे। डॉ. शर्मा का कहना है कि पीसीएस 1985 में अपर जिला बेसिक शिक्षाधिकारी महिला के पदों पर श्रेष्ठता सूची में अधिक अंक प्राप्त करने वाली अभ्यर्थियों का चयन न कर धांधली की गई थी। उनकी मांग है कि अब जबकि सीबीआई ने आयोग की भर्तियों की जांच शुरू कर दी है तो पीसीएस 1985 में हुई धांधली की भी जांच कराई जाए।


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