शिक्षामित्रों को जन सत्याग्रह तीसरे दिन भी जारी , बोले भुखमरी की कगार पर परिवार

शिक्षामित्रों को जन सत्याग्रह तीसरे दिन भी जारी , बोले भुखमरी की कगार पर परिवार  



शिक्षामित्र संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले यूपी के शिक्षामित्रों का आंदोलन दिन ब दिन तेज होता जा रहा है। पूर्वांचल समेत प्रदेशभर में लगातार तीसरे दिन भी शिक्षामित्रों का जन सत्याग्रह जारी है।
सभी ने एक सुर में कहा कि उनकी नौकरी जाने से पूरा परिवार भुखमरी के कगार पर आ गया है। भदोही के बेसिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालयों पर चल रहे आंदोलन के तीसरे और आखिरी दिन अभिभावक भी शामिल हुए। प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, राज्यपाल और राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा
शुक्रवार की तरह शनिवार को सुबह 10 बजे करीब पांच सौ से अधिक की संख्या में बीएसए कार्यालय पर पहुंचे शिक्षामित्रों ने संगठन की आवाज बुलंद की। इसके बाद आयोजित सभा को संबोधित किया गया।
शिक्षामित्र क्रांतिमान शुक्ला का कहना है कि शिक्षामित्र अब झुकने वाले नहीं हैं। सरकार या तो अध्यादेश लाए या उन्हें सहायक अध्यापक के बराबर वेतन दे। सभी योग्यता होने के बाद भी उन्हें हटाना न्यायोचित नहीं है।
शुक्रवार को शिक्षामित्रों के साथ उनके अभिभावक भी आंदोलन में कूद गए। अभिभावकों ने कहा कि डेढ़ दशक से स्कूलों में पढ़ा रहे उनके बच्चों को दूध में मक्खी की तरह बाहर कर दिया गया। भाजपा सरकार शिक्षामित्रों को लेकर कुछ पहल करें अन्यथा आने वाले चुनाव में इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

वहीं वाराणसी में शिक्षामित्रों के समर्थन में कांग्रेस नेता अजय राय आ गए। उन्होंने कहा कि जब तमिलनाडु में ‘जलीकट्टू’ (सांडों को वश में करने का खेल) के लिए सरकार अध्यादेश ला सकती है तो फिर एक लाख 70 हजार शिक्षामित्रों के लिए क्यों नहीं। पूर्व विधायक ललितेशपति त्रिपाठी ने भी शिक्षामित्रों का साथ देने का आश्वासन दिया।
Previous Post Next Post