पुलिस सिपाही मेरिट
भर्ती परीक्षा 2015-16 के सफल अभ्यर्थियों ने परिणाम घोषित करते हुए
नियुक्ति करने की मांग को लेकर धरना :
साथ ही बुरे फंसे, दारोगा बनने को छोड़ी नौकरी और हो गए बेरोजगार
लखनऊ : पुलिस सिपाही मेरिट भर्ती परीक्षा 2015-16 के सफल अभ्यर्थियों ने परिणाम घोषित करते हुए नियुक्ति करने की मांग को लेकर भूख हड़ताल करते हुए धरना दिया। यहां लक्ष्मण मेला मैदान में प्रदेशभर के कई जिलों से हजारों की संख्या में आए महिला व पुरुष अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से 28916 पुरुष एवं 5800 महिला सिपाही की भर्ती परिणाम व नियुक्ति कराने की पुरजोर मांग की।
तेज धूप और भीषण
गर्मी में भूख हड़ताल पर बैठी दो युवतियों सहित चार अभ्यर्थियों की तबियत
भी खराब हो गई। उनके बेहोश होने पर एंबुलेंस से उन्हें अस्पताल में भर्ती
कराया गया।अभ्यर्थियों ने अपने बैनर पर सीएम योगी आदित्यनाथ की फोटो लगा
रखी थी।
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सभी अभ्यर्थी भगवा गमछा भी लिए हुए थे और योगी तेरे राज में हमें
चाहिए न्याय और नियुक्ति, जैसे नारे भी लगाए। धरने की अगुवाई कर रहे बीर
बहादुर सिंह ने कहा कि जनवरी 2017 को उच्च न्यायालय ने पुलिस भर्ती के परिणाम
को सुरक्षित कर लिया है। उसके बाद से प्रदेश सरकार के अधिवक्ता की तरफ
से पैरवी न होने से अभ्यर्थियों की नियुक्ति नहीं हो पा रही है।
उन्होंने
मांग कि मुख्यमंत्री प्रदेश सरकार के अधिवक्ता को उच्च न्यायालय में
सुरक्षित किए गए परिणाम को जारी कराते हुए नियुक्ति कराएं। भूख हड़ताल पर
मुख्य रूप से बीर बहादुर सिंह, विक्रम बहादुरसिंह, नरसिंह, राहुल
चौधरी, साक्षी यादव,दीक्षा सिंह,
तृप्ति चौबे, देवेंद्र
प्रताप सिंह, सुखपाल सिंह,
पंकज मौर्या,नीपेंद्र
चौधरी शामिल रहे। तेज धूप में भूख हड़ताल पर बैठे
कई अभ्यर्थियों की दोपहर में तबियत बिगड़ गई। साथी अभ्यर्थियों ने एंबुलेंस
बुलाकर उन्हें बेहोशी की हालत में सिविल अस्पताल भेजा। इनमें मऊ की
संगीता, इटावा की बबली,
मऊ के किशन व की बेहोश हो गए
थे।
बुरे फंसे, दारोगा
बनने को छोड़ी नौकरी और हो गए बेरोजगार
वर्ष 2011
में उत्तर प्रदेश पुलिस और
प्रोन्नति बोर्ड द्वारा कराई गई दारोगा भर्ती के अभ्यर्थियों की
परीक्षा निरस्त होने से लोगों को तगड़ा झटका लगा है। सोमवार को कई
अभ्यर्थी डीजीपी कार्यालय पहुंचे और डीजीपी को संबोधित ज्ञापन आइजी
स्थापना को सौंपा।
सभी अभ्यर्थियों ने ज्वाइनिंग की मांग की है।
श्रीनगर मड़ियांव निवासी आजाद ने बताया कि सीबीआइ, इनकम
टैक्स और सेलटैक्स में भी नौकरी लगी थी,
सबका ज्वाइनिंग
लेटर आ गया था, लेकिन दारोगा बनने के लिए कहीं ज्वाइन नहीं किया। इसी
तरह गोंडा निवासी दिनेश सिंह ने सीआरपीएफ,
बुलंदशहर निवासी दीपचंद ने एसएसबी
के एएसआइ, गाजीपुर निवासी विकास गौतम ने लेक्चरर, नोएडा
निवासी सूरज मल ने रेलवे,
लखनऊ के यशपाल ने एसएसबी की
नौकरी छोड़कर दारोगा भर्ती पूरी की थी। सालभर सख्त ट्रेनिंग के बावजूद अभी तक
नौकरी न मिलने पर सिस्टम के प्रति सभी अभ्यर्थीआक्रोशित हैं। उन्होंने
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से आखिरी उम्मीद जताई है